रणजी ट्रॉफी के हीरो दानिश मालेवर ने दलीप ट्रॉफी में भी मचाया धूम,
डेब्यू मैच में लगाया ऐतिहासिक दोहरा शतक
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Danish Malewar: सेंट्रल जोन के युवा बल्लेबाज दानिश मालेवर ने दलीप ट्रॉफी में अपने पहले ही मैच में इतिहास रच दिया है। नॉर्थ ईस्ट जोन के खिलाफ खेलते हुए दानिश ने महज दूसरे दिन ही दोहरा शतक पूरा किया। 21 साल के इस खिलाड़ी ने विदर्भ टीम के लिए पहला ऐसा रिकॉर्ड बनाया है। उनके इस प्रदर्शन ने न केवल टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि उनके क्रिकेट करियर की एक नई कहानी भी लिखी। इस पारी में दानिश ने 36 चौके और एक छक्का लगाया और 203 रन बनाकर रिटायर आउट हुए।
सेंट्रल जोन की मजबूत शुरुआत
दानिश की पारी की मदद से सेंट्रल जोन ने 532 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की। टीम के कप्तान रजत पाटीदार ने भी शानदार खेल दिखाया। उन्होंने 96 गेंदों में 125 रन बनाए, जिसमें 21 चौके और तीन छक्के शामिल थे। यश राठौड़ ने 87 और ओपनर आर्यन जुयाल ने 60 रन बनाकर योगदान दिया। नॉर्थ ईस्ट की ओर से आकाश चौधरी ने दो जबकि फेरिजम जोतिन ने एक विकेट लिया। इस पारी के कारण सेंट्रल जोन मुकाबले में मजबूती के साथ आगे है।
दानिश मालेवर का करियर और उपलब्धियां
दानिश का घरेलू क्रिकेट करियर अभी छोटा है, लेकिन उन्होंने 2024 के रणजी सीजन में शानदार शुरुआत की थी। मुंबई के खिलाफ सेमीफाइनल में उन्होंने 79 और 29 रन बनाए और विदर्भ को जीत दिलाई। इसके बाद केरल के खिलाफ फाइनल में पहली पारी में 153 और दूसरी पारी में 73 रन बनाकर टीम को खिताब दिलाया। इस सीजन में उनकी औसत 52 रही और कुल 783 रन उन्होंने बनाए। अपने फर्स्ट क्लास करियर में 10 मैच खेलकर 986 रन बनाए हैं, जिसमें चार शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। अब इस लिस्ट में दलीप ट्रॉफी में दोहरा शतक भी जुड़ गया है।
पिता का साथ और संघर्ष
दानिश ने अपने पिता विष्णु के सहयोग और संघर्ष को कभी नहीं भूला। विष्णु क्रिकेट फैन थे और उन्होंने अपने बेटे को शुरू से ही क्रिकेटर बनाने का सपना देखा। आर्थिक तंगी के बावजूद दानिश को सात साल की उम्र में क्रिकेट अकेडमी में भेजा। शुरुआती दौर में उन्होंने इस्तेमाल किए हुए बैट और उपकरणों से अभ्यास किया। अंडर-19 टीम में शामिल होने के बाद आर्थिक मदद मिलने से चीजें आसान हुईं और आज दानिश मालेवर ने देश के क्रिकेट जगत में अपनी अलग पहचान बना ली है।