क्यों छोड़ा गया सुप्रीम कोर्ट में CJI गवई पर जूता फेंकने वाला वकील,
दिल्ली पुलिस ने बताई वजह, सामान भी लौटा दिया
21 days ago Written By: Ashwani Tiwari
सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील को दिल्ली पुलिस ने हिरासत से रिहा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट प्रशासन की ओर से इस घटना पर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई थी, इसलिए आरोपी को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। पुलिस ने आरोपी वकील से लगभग तीन घंटे तक पूछताछ की और फिर उसे रिहा कर दिया।
सुनवाई के दौरान जूता फेंकने की कोशिश यह घटना उस समय हुई जब सुप्रीम कोर्ट में एक केस की सुनवाई चल रही थी। इसी दौरान वकील राकेश किशोर ने चीफ जस्टिस बीआर गवई की ओर जूता फेंकने की कोशिश की। हालांकि, कोर्ट में मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने उसे तुरंत रोक लिया। जूता फेंकने की कोशिश करते समय आरोपी जोर-जोर से सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेंगे चिल्ला रहा था। इस अप्रत्याशित घटना के बाद भी चीफ जस्टिस गवई ने संयम बनाए रखा और कोर्ट में सभी से शांति बनाए रखने की अपील की।
CJI ने आरोपी को किया माफ घटना के बाद चीफ जस्टिस ने इस मामले में किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया। गवई ने स्पष्ट कहा कि उन्हें इस तरह की घटनाओं से कोई फर्क नहीं पड़ता और उन्होंने अधिकारियों से कहा Just Ignore। इसी के बाद दिल्ली पुलिस ने वकील को रिहा कर दिया। आरोपी वकील का जूता, आधार कार्ड, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन का कार्ड और मोबाइल भी वापस कर दिए गए। हालांकि, बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने वकील के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया है।
पीएम मोदी ने की चीफ जस्टिस से बात इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चीफ जस्टिस बीआर गवई से फोन पर बात की। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया कि उन्होंने गवई के धैर्य और संयम की सराहना की। उन्होंने लिखा कि कोर्ट में हुए इस तरह के हमले से पूरा देश चिंतित है और समाज में ऐसी घटनाओं की कोई जगह नहीं है।
विपक्ष ने बताया संविधान पर हमला चीफ जस्टिस पर हमले की कोशिश की देशभर में निंदा की जा रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह हमला केवल बीआर गवई पर नहीं, बल्कि भारत के संविधान पर हमला है। वहीं, सोनिया गांधी ने भी इसे लोकतंत्र और न्यायपालिका का अपमान बताते हुए सख्त शब्दों में निंदा की।