छात्राओं से यौन शोषण के आरोपों में फरार चैतन्यानंद सरस्वती गिरफ्तार,
जानें क्या है मामला
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Chaitanyananda Saraswati: दिल्ली पुलिस ने आखिरकार चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को गिरफ्तार कर लिया है। वह लंबे समय से पुलिस की गिरफ्त से बाहर था और उस पर दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट (SriSIIM) की छात्राओं से यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे थे। कुल 17 छात्राओं ने चैतन्यानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। रविवार, 28 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने उसे उत्तर प्रदेश के आगरा के एक होटल से गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ा। FIR में दर्ज है कि वह छात्राओं को देर रात अपने क्वार्टर बुलाता और उन्हें अश्लील संदेश भेजता था।
कैसे शुरू हुआ मामला यह मामला 4 अगस्त को सामने आया था, जब पीए मुरली नाम के व्यक्ति ने वसंत कुंज नॉर्थ थाने में शिकायत दर्ज कराई। मुरली श्री श्रृंगेरी मठ और उससे जुड़ी जमीनों के प्रबंधन से जुड़े हैं। शिकायत में आरोप था कि चैतन्यानंद ने SRISIIM में पढ़ रही 32 छात्राओं का यौन शोषण किया। आरोपी उस समय संस्थान का डायरेक्टर था। सभी छात्राएं EWS कोटे से स्कॉलरशिप पाकर मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा कर रही थीं।
छात्राओं के बयान और फैकल्टी की भूमिका पुलिस जांच में 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए गए, जिनमें 17 ने स्पष्ट रूप से यौन उत्पीड़न और अभद्र व्यवहार की पुष्टि की। पीड़िताओं ने बताया कि स्वामी उन्हें व्हाट्सऐप पर अश्लील संदेश भेजता और दबाव डालकर क्वार्टर बुलाता था। आरोप यह भी है कि कुछ महिला फैकल्टी और प्रशासनिक कर्मचारी, स्वामी के दबाव में आकर छात्राओं को उसकी बात मानने के लिए मजबूर करते थे।
पद से हटाया गया और लुक-आउट नोटिस गंभीर आरोपों के बाद श्रृंगेरी मठ प्रशासन ने तुरंत चैतन्यानंद को डायरेक्टर पद से हटा दिया। वहीं पुलिस ने उसके विदेश भागने की आशंका को देखते हुए लुक-आउट नोटिस जारी किया था। इसके बाद से वह फरार था और आखिरकार आगरा से गिरफ्तार किया गया।
फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट का खुलासा जांच के दौरान पुलिस को संस्थान के बेसमेंट से एक वॉल्वो कार मिली, जिस पर जाली डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट (39 UN 1) लगी हुई थी। पुलिस ने अब तक कुल 9 फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेटें बरामद की हैं, जिनका इस्तेमाल चैतन्यानंद करता था।
विवादों से पुराना नाता यह पहला मौका नहीं है जब चैतन्यानंद पर आपराधिक मामले दर्ज हुए हों। साल 2009 में डिफेंस कॉलोनी में धोखाधड़ी और यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज हुआ था। वहीं 2016 में भी वसंत कुंज थाने में एक महिला ने उसके खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। अब एक बार फिर वह गंभीर आरोपों में गिरफ्तार हुआ है।