दिल्ली में नकली सीबीआई अफसर बनकर दो करोड़ की लूट…
पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
राजधानी दिल्ली एक बार फिर बड़ी वारदात से दहल गई है। पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार इलाके में नकली सीबीआई अफसर बनकर आए एक गैंग ने कारोबारी के दफ्तर से 2.3 करोड़ रुपये की लूट को अंजाम दे डाला। घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। पुलिस ने उनके कब्जे से 1.08 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की है, जबकि बाकी रकम की तलाश जारी है।
विवेक विहार में गैंग ने दी बड़ी वारदात को अंजाम
यह मामला विवेक विहार इलाके का है, जहां शिकायतकर्ता मनप्रीत फाइनेंस, प्रॉपर्टी डीलिंग और कंस्ट्रक्शन के कारोबार से जुड़े हैं। गाजियाबाद के इंदिरापुरम निवासी मनप्रीत ने पुलिस को बताया कि उनके ऑफिस में करीब ढाई करोड़ रुपये रखे थे। 19 अगस्त की दोपहर मनप्रीत ने अपने दोस्त रवि शंकर को करीब 1.10 करोड़ रुपये ऑफिस से घर ले जाने के लिए कहा। जैसे ही रवि शंकर कैश से भरा बैग लेकर बाहर निकले, दो कारों में सवार चार लोगों ने उन्हें रोक लिया। इनमें एक महिला भी शामिल थी। आरोपियों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और रवि शंकर के साथ मारपीट कर नकदी से भरा बैग छीन लिया।
दफ्तर में घुसकर की मारपीट और कैश लूटा
इतना ही नहीं, नकली सीबीआई अफसर बनकर आए आरोपी जबरन रवि शंकर को ऑफिस के अंदर ले गए और वहां मौजूद मनप्रीत के कर्मचारी दीपक महेश्वरी के साथ भी बुरी तरह मारपीट की। इसके बाद गैंग ऑफिस में रखे बाकी कैश को भी उठा ले गया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी रवि शंकर और दीपक महेश्वरी को अपनी गाड़ियों में बंधक बनाकर ले गए। बाद में रवि शंकर को चिंतामणि अंडरपास के पास और दीपक महेश्वरी को निगमबोध घाट के पास धमकाते हुए छोड़ दिया।
सीसीटीवी फुटेज से मिली सुराग
वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई। मनप्रीत की शिकायत पर विवेक विहार थाने में केस दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस ने घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें आरोपियों की गाड़ियां साफ नजर आईं। जांच में सामने आया कि ये वाहन दिल्ली के साकेत स्थित एक एनजीओ के नाम पर किराए पर लिए गए थे। तफ्तीश के बाद पुलिस ने फरीदाबाद से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया। इनमें एक महिला पापोरी बरुआ (31) शामिल है, जो असम की रहने वाली है और एनजीओ की सचिव है। दूसरा आरोपी दीपक (32) तुगलकाबाद का निवासी है। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उनके पास से 1.08 करोड़ रुपये नकद बरामद किए।
आरोपियों की तलाश में पुलिस
डीसीपी (शाहदरा) प्रशांत गौतम ने बताया कि बाकी आरोपियों की पहचान की जा चुकी है। उन्हें पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा लूटी गई शेष रकम की बरामदगी के प्रयास भी तेज कर दिए गए हैं। फिलहाल गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पुलिस गहन पूछताछ कर रही है, ताकि पूरे गैंग के नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।