भारत पर टैरिफ वार के बाद अपने ही घर में घिरे ट्रंप..!
अमेरिका के पूर्व राजदूत ने दी कड़ी चेतावनी…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
अमेरिका द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के फैसले के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव गहराता जा रहा है। इस कदम को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने ही देश में आलोचनाओं से घिर गए हैं। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने कहा है कि भारत के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार ठीक नहीं है। उन्होंनेट्रंप को कड़ी चेतावनी दी है कि दिल्ली के साथ संबंधों को तोड़ना “रणनीतिक आपदा” होगी।
निक्की हेली ने दी ट्रंप को चेतावनी
दरअसल न्यूज़वीक में लिखे अपने लेख में निक्की हेली ने स्पष्ट कहा कि भारत को दुश्मन की तरह नहीं, बल्कि सहयोगी की तरह देखना होगा। उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक साझेदार है और नई दिल्ली के साथ संबंधों को तोड़ना “रणनीतिक आपदा” होगी। हेली ने चेतावनी दी कि पिछले 25 वर्षों में भारत-अमेरिका संबंधों में जो तेजी आई है, उसे रोकना खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि चीन की बढ़ती ताकत से निपटने के लिए भारत को साथ रखना अमेरिका के लिए एक रणनीतिक आवश्यकता है।
भारत की भूमिका चीन के मुकाबले अहम
निक्की हेली ने अपने लेख में चीन की आक्रामक नीतियों पर निशाना साधते हुए भारत की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “भारत का उदय कम्युनिस्ट-नियंत्रित चीन के विपरीत, स्वतंत्र दुनिया के लिए किसी भी तरह का खतरा नहीं है। भारत को एक बहुमूल्य स्वतंत्र और लोकतांत्रिक साझेदार की तरह देखा जाना चाहिए।” उन्होंने बताया कि भारत और चीन के बीच साझेदारी मजबूत करना आसान है, लेकिन भारत चीन जैसा विरोधी नहीं है। भारत ने अब तक रूस से तेल खरीद पर अमेरिका के प्रतिबंधों से बचते हुए भी मास्को के साथ संतुलन बनाए रखा है, जो उसे अलग श्रेणी में रखता है।
भारत के साथ रिश्ते तोड़ना गलत रणनीति
पूर्व अमेरिकी राजदूत ने कहा कि एशिया में चीन के प्रभुत्व का विरोध करने वाले अकेले देश भारत के साथ साझेदारी खत्म करना गंभीर भूल होगी। उन्होंने यह भी बताया कि भारत के पास चीन के समान स्तर पर उत्पाद बनाने की क्षमता है, जो अमेरिका को अपनी सप्लाई चेन बीजिंग से हटाकर नई दिल्ली की ओर स्थानांतरित करने में मदद कर सकती है। हेली ने स्पष्ट कहा कि अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी एक स्वाभाविक और आवश्यक निर्णय है, जिसे लेकर कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का जिक्र
अपने लेख में निक्की हेली ने भारत की आर्थिक क्षमता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और जल्द ही जापान को पीछे छोड़ देगा। हेली के अनुसार,“भारत का उदय वैश्विक व्यवस्था को नया रूप देने की चीन की महत्वाकांक्षाओं के लिए सबसे बड़ी बाधा है। जैसे-जैसे भारत मजबूत होगा, चीन की महत्वाकांक्षाएं स्वतः कमजोर होती जाएंगी।”
भारत-अमेरिका व्यापार विवाद पर चिंता
निक्की हेली ने चेतावनी दी कि भारत और अमेरिका के बीच जारी व्यापार विवाद को स्थायी दरार में बदलना एक रोकी जा सकने वाली गलती होगी। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका भारत को दूर करता है, तो इस स्थिति का सीधा फायदा चीन उठा सकता है। साथ ही, हेली ने भारत को सुझाव दिया कि वह रूसी तेल को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों को गंभीरता से ले और व्हाइट हाउस के साथ मिलकर इसका समाधान निकाले।