इंटरनेशनल फ्लाईट में टॉयलेट्स हुए बंद, पैसेंजर्स को बोतल में करना पड़ा पेशाब,
यात्रियों का फूटा गुस्सा और एयरलाइन पर उठे सवाल
8 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक इंटरनेशनल फ्लाइट की घटना जमकर सुर्खियां बटोर रही है। बाली से ब्रिसबेन जा रही वर्जिन ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट में यात्रियों को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा, जिसकी कल्पना तक किसी ने नहीं की थी। करीब छह घंटे के सफर में टॉयलेट्स खराब हो जाने के कारण यात्रियों को मजबूरी में बोतलों में पेशाब करना पड़ा। इस घटना के सामने आते ही सोशल मीडिया पर एयरलाइन की जमकर आलोचना हो रही है, और लोग इसे एयर सर्विस की “सबसे बड़ी नाकामी” बता रहे हैं।
बंद टॉयलेट्स और बोतलों का सहारा
जानकारी के मुताबिक, यह फ्लाइट बोइंग 737 मैक्स 8 पर ऑपरेट हो रही थी। शुरुआत में ही एक टॉयलेट तकनीकी दिक्कत के कारण बंद कर दिया गया था, लेकिन उड़ान के बीच में बाकी सभी टॉयलेट भी बंद हो गए। इसके बाद यात्रियों की हालत खराब हो गई और सफर के आखिरी तीन घंटे बेहद मुश्किल भरे साबित हुए। यात्रियों का कहना है कि बदबू और असुविधा के चलते फ्लाइट का माहौल असहनीय हो गया था। कई लोग बोतलों का इस्तेमाल करने को मजबूर हो गए, जबकि एक बुजुर्ग महिला तक खुद को रोक नहीं पाईं।
यात्रियों का गुस्सा और एयरलाइन पर सवाल
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर वर्जिन ऑस्ट्रेलिया की एयरलाइन पर लोग जमकर गुस्सा निकाल रहे हैं। किसी ने इसे “शर्मनाक” कहा, तो किसी ने मजाक उड़ाते हुए लिखा, “बस और ट्रेन ही इससे बेहतर हैं।” वहीं यात्रियों ने इस घटना को अमानवीय बताते हुए कहा कि यह उनकी सुरक्षा और सम्मान से सीधा समझौता है। कई लोगों ने सवाल उठाया कि अगर इंटरनेशनल फ्लाइट की स्थिति ऐसी है, तो फिर भरोसा किस पर किया जाए।
वर्जिन ऑस्ट्रेलिया का बयान और मुआवजे का वादा
वर्जिन ऑस्ट्रेलिया ने इस घटना पर खेद जताते हुए कहा कि तकनीकी दिक्कत की वजह से टॉयलेट्स काम नहीं कर पाए। एयरलाइन ने क्रू की कोशिशों की सराहना की और प्रभावित यात्रियों को फ्लाइट क्रेडिट देने का आश्वासन दिया। हालांकि, इस घटना ने एयरलाइन की हाइजीन और पब्लिक हेल्थ पॉलिसी पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। ऑस्ट्रेलियन ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन ने इसे यात्रियों और क्रू दोनों के लिए गंभीर खतरा बताया है।