प्रेमानंद महाराज को किडनी देने चाहता है ये मुस्लिम युवक,
पत्र लिखकर की पेशकश
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
देश में जहां अक्सर धर्म और मजहब के नाम पर तनाव की खबरें सुर्खियों में रहती हैं, वहीं मध्य प्रदेश के इटारसी के रहने वाले 26 वर्षीय मुस्लिम युवक आरिफ खान चिश्ती ने इंसानियत और भाईचारे की अनोखी मिसाल पेश की है। आरिफ, जो पेशे से ऑनलाइन सलाहकार हैं और कानूनी दस्तावेज तैयार करने का काम करते हैं, ने वृंदावन स्थित राधा वल्लभ संप्रदाय के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज को अपनी किडनी दान करने की पेशकश की है। इस कदम की सोशल मीडिया पर जमकर सराहना हो रही है और लोग आरिफ की दरियादिली की खुलकर तारीफ कर रहे हैं।
प्रेमनंद महाराज के लिए किडनी दान की पेशकश
आरिफ खान चिश्ती ने हाल ही में जिला कलेक्टर और स्वयं संत प्रेमनंद महाराज को पत्र लिखकर यह प्रस्ताव रखा। उनका कहना है कि यह कदम उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता और मानवीय मूल्यों को मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया है। प्रेमानंद महाराज लंबे समय से पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज (Polycystic Kidney Disease) से जूझ रहे हैं। बताया जाता है कि उनके दोनों गुर्दे लगभग 18-19 साल पहले धीरे-धीरे काम करना बंद करने लगे थे और तब से वे नियमित रूप से डायलिसिस पर निर्भर हैं।
बीमारी के बावजूद नहीं छोड़ी आध्यात्मिक दिनचर्या
गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के बावजूद 56 वर्षीय प्रेमानंद महाराज ने कभी अपनी आध्यात्मिक दिनचर्या को नहीं छोड़ा। वे लगातार भक्ति और प्रवचन के माध्यम से समाज को प्रेरित करते रहे हैं। किडनी दान की पेशकश करने वाले आरिफ खान चिश्ती का कहना है, “मैं यह कदम मानवता और आपसी भाईचारे के नाम पर उठा रहा हूं। धर्म हमें जोड़ता है, बांटता नहीं। अगर मेरी एक किडनी किसी संत की जिंदगी बचाने में काम आती है, तो यह मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी।”
सोशल मीडिया पर बटोर रहे तारीफें
वहीं जैसे ही यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दीं। एक यूजर ने लिखा, “यही तो मेरे देश की खूबसूरती है, कितना भी लड़ लें या झगड़ लें, लेकिन एक-दूसरे के काम जरूर आते हैं।” दूसरे यूजर ने कमेंट किया, “प्रेमानंद महाराज से कोई नफरत क्यों करेगा, वे तो सर्वधर्म का सम्मान करते हैं।” एक और यूजर ने लिखा, “दिल जीत लिया भाई ने तो। यही है सच्ची इंसानियत।”