गैर-हिंदू इन्फ्लुएंसर के मंदिर के तालाब में पांव धोने से मचा बवाल,
करवाया गया शुद्धिकरण
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
केरल के त्रिशूर स्थित गुरुवायुर श्रीकृष्ण मंदिर से नियमों के उल्लंघन का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बिग बॉस की पूर्व कंटेस्टेंट और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर जैस्मीन जाफर ने मंदिर के पवित्र तालाब में अपने पैर धोते हुए वीडियो बनाया था, जिसके बाद मंदिर प्रशासन ने तालाब का शुद्धिकरण अनुष्ठान शुरू कर दिया है।
मंदिर की परंपराओं का उल्लंघन
गुरुवायुर देवास्वोम प्रशासन ने कहा है कि जैस्मीन जाफर के इस कदम से मंदिर की परंपराओं का अपमान हुआ है और तालाब को अपवित्र कर दिया गया है। नियमों के मुताबिक, गैर-हिंदुओं को मंदिर के तालाब में प्रवेश की अनुमति नहीं है, साथ ही वहां वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी पूरी तरह प्रतिबंधित है।
दर्शन पर अस्थायी रोक
इस घटना के बाद मंदिर में सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक भक्तों के दर्शन पर अस्थायी रोक लगा दी गई। श्रद्धालुओं को पुण्यकर्म (शुद्धिकरण अनुष्ठान) पूरा होने के बाद ही नालम्बलम में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
छह दिन तक चलेगा अनुष्ठान
मंदिर अधिकारियों के अनुसार, इस शुद्धिकरण प्रक्रिया के तहत छह दिनों तक विशेष पूजा और अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे। इसमें 18 पूजाएं और 18 शीवेलियां शामिल होंगी। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे इस अवधि में लगाए गए अस्थायी प्रतिबंधों का पालन करें।
हाई कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन
देवस्वोम प्रशासक ओबी अरुण कुमार ने इस मामले में मंदिर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि हाई कोर्ट के निर्देशों के अनुसार मंदिर के प्रतिबंधित क्षेत्रों में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर रोक है, लेकिन जैस्मीन ने नियमों का उल्लंघन किया है। पुलिस ने बताया कि अदालत के आदेश के मुताबिक इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जैस्मीन की सफाई और माफी
जैस्मीन जाफर ने यह वीडियो छह दिन पहले बनाया था, जिसे बाद में उन्होंने सोशल मीडिया से हटा दिया। उन्होंने इस मामले में माफी भी मांगी और कहा कि उन्हें मंदिर के प्रतिबंधों की जानकारी नहीं थी।