तीन दिनों में राजधानी में फैली दहशत..!
आज फिर छह स्कूलों को Bomb Mail…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
राजधानी दिल्ली के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 3-4 दिनों में 100 से ज्यादा बम धमकी की कॉल्स आ चुकी हैं, जिससे छात्रों, अभिभावकों और स्कूल प्रशासन में दहशत का माहौल है।
6 स्कूलों को धमकी
मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को एक बार फिर दिल्ली के 6 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई, जिसमें द्वारका सेक्टर-5 और प्रसाद नगर के कुछ प्रतिष्ठित स्कूल शामिल हैं। सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ता (BDS), डॉग स्क्वॉड और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और स्कूल परिसरों में सघन तलाशी अभियान चलाया।
किसी भी स्कूल में संदिग्ध वस्तु नहीं मिली
अधिकारियों के अनुसार, अब तक किसी भी स्कूल में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं पाई गई है। फिलहाल पुलिस धमकी भरे ईमेल और कॉल्स के स्रोत का पता लगाने में जुटी है। मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को भी दिल्ली के कई स्कूलों को बम धमकी भरे ईमेल भेजे गए थे। दिल्ली दमकल सेवा के मुताबिक, सुबह 7:40 और 7:42 बजे के बीच दो अलग-अलग स्कूलों को बम की धमकी मिली। जिन स्कूलों को ईमेल भेजे गए, उनमें मालवीय नगर स्थित एसकेवी स्कूल और प्रसाद नगर का आंध्र स्कूल शामिल हैं।
18 अगस्त को डीपीएस द्वारका में भी मचा था हड़कंप
इससे पहले 18 अगस्त को सुबह करीब 7 बजे दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) द्वारका को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। कॉल के बाद स्कूल को खाली कराया गया और बम निरोधक दस्तों ने गहन तलाशी अभियान चलाया। हालांकि, वह धमकी भी अफवाह निकली।
AAP ने BJP पर साधा निशाना
लगातार हो रही धमकियों पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस को निशाने पर लिया है। पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “दिल्ली के स्कूलों को फिर बम से उड़ाने की धमकी मिली है। यह एक सिलसिला बन चुका है, लेकिन भाजपा सरकार, दिल्ली पुलिस समेत तमाम जांच एजेंसियां जागने का नाम नहीं ले रही हैं। इन धमकियों से बच्चों और अभिभावकों में खौफ का माहौल है। बच्चे स्कूल जाने से डर रहे हैं। लेकिन सीएम रेखा गुप्ता जी को कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा।”
छात्रों और अभिभावकों में बढ़ी चिंता
लगातार मिल रही धमकियों के चलते स्कूल प्रशासन और अभिभावक दहशत में हैं। अभिभावक बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, जबकि स्कूल प्रबंधन को हर बार पुलिस और बम निरोधक दस्ता की मदद से तलाशी अभियान चलाना पड़ रहा है।