नहीं रहे वरिष्ठ BJP नेता विजय कुमार मल्होत्रा,
आज सुबह दिल्ली AIMS में ली अंतिम सांस
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा का मंगलवार सुबह 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया। दिल्ली भाजपा ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाजरत थे।
दिल्ली भाजपा के पहले अध्यक्ष थे मल्होत्रा दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा ने कहा कि प्रो. मल्होत्रा का जीवन सादगी और जनसेवा के प्रति समर्पण का प्रतीक था। उन्होंने याद दिलाया कि मल्होत्रा का योगदान जनसंघ के दौर से ही जुड़ा रहा, जब उन्होंने राजधानी में संगठन के विचारों को विस्तार देने के लिए लगातार कार्य किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने व्यक्त किया शोक वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि प्रो. मल्होत्रा एक "असाधारण नेता" थे, जिन्हें लोगों की समस्याओं की गहरी समझ थी। उन्होंने कहा, "दिल्ली में पार्टी को मजबूत करने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। संसद में उनके हस्तक्षेप आज भी याद किए जाते हैं। उनके निधन से बेहद दुखी हूं। परिवार और शुभचिंतकों को संवेदनाएं। ॐ शांति।"
दिल्ली की राजनीति का चेहरा रहे आपको बताते चलें कि दिल्ली की राजनीति में प्रो. मल्होत्रा को एक बड़ा स्तंभ माना जाता था। वह पांच बार सांसद और दो बार विधायक रहे। 1980 और 1990 के दशक में उन्हें दिल्ली भाजपा का सबसे पहचाना जाने वाला चेहरा माना जाता था। उन्होंने दिल्ली के मुख्य कार्यकारी पार्षद (आज के मुख्यमंत्री के बराबर पद) के रूप में भी जिम्मेदारी निभाई।
एक दिन पहले पूरा हुआ सपना दिल्ली भाजपा ने बताया कि उनका निधन ऐसे समय में हुआ जब ठीक एक दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी का पहला स्थायी राज्य कार्यालय दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर उद्घाटित किया। यह वही सपना था, जिसे मल्होत्रा लंबे समय से देख रहे थे। वहीं पार्टी ने जानकारी दी है कि प्रो. मल्होत्रा के पार्थिव शरीर को सुबह 8:45 बजे उनके आधिकारिक आवास 21, गुरुद्वारा रकाबगंज रोड पर लाया जाएगा, जहां कार्यकर्ता और समर्थक उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दे सकेंगे।
लंबे सार्वजनिक जीवन की पहचान मल्होत्रा भाजपा के शुरुआती स्तंभों में शामिल थे। उन्होंने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाई और वर्ष 2008 के चुनाव में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी भी रहे, हालांकि उस समय कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार ने अपनी जीत बरकरार रखी। 1999 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने दक्षिणी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार मनमोहन सिंह को हराया था। बाद में मनमोहन सिंह वर्ष 2004 में देश के प्रधानमंत्री बने। प्रो. मल्होत्रा दिल्ली जनसंघ और भाजपा दोनों के अध्यक्ष रह चुके थे। राजनीति के साथ ही उन्होंने खेल प्रशासन में भी सक्रिय भूमिका निभाई और अपने सार्वजनिक जीवन में कई खेल संस्थाओं का नेतृत्व किया।