दोगुना से अधिक बढ़ी NCERT किताबों की बिक्री,
रेट में हुई 20 प्रतिशत तक की कटौती
2 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
शिक्षा मंत्रालय ने संसद में बताया कि वर्ष 2024-25 में NCERT की किताबों की बिक्री का आँकड़ा दोगुने से ज्यादा बढ़कर 526 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है। पिछले वर्ष 2023-24 में यह आँकड़ा मात्र 232 करोड़ रुपये था। यह उपलब्धि NCERT द्वारा नकली किताबों के खिलाफ चलाए गए अभियान और तकनीकी नवाचारों की वजह से संभव हुई है।
नकली किताबों के खिलाफ IIT कानपुर की मदद
NCERT ने एंटी पायरेसी अभियान को तेज करते हुए IIT कानपुर के साथ मिलकर एक विशेष रासायनिक तकनीक विकसित की है। यह तकनीक किताबों के प्रिंटिंग पेपर पर लागू की जाती है, जिससे उनकी नकल करना बेहद मुश्किल हो जाता है। कक्षा 6 की एक किताब की 10 लाख प्रतियों पर इस तकनीक का परीक्षण किया गया है। सरकार ने बताया कि अगले शैक्षणिक वर्ष से इसे सभी NCERT किताबों में लागू किया जाएगा।
छापे और जब्ती से पायरेसी को बड़ा झटका
बीते वर्ष में NCERT ने नकली किताबें बेचने वालों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया है। 29 परिसरों पर छापे मारे गए, जिनमें 20 करोड़ रुपये से अधिक की नकली किताबें और मशीनरी जब्त की गई। इसके तहत अवैध NCERT वॉटरमार्क पेपर और पायरेटेड पुस्तक प्रकाशकों को निशाना बनाया गया।
किताबों की कीमतों में 20% की कटौती
शिक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी कि NCERT ने किताबों की कीमतों में 20% तक की कटौती की है। साथ ही प्रिंटिंग की गुणवत्ता, समय पर प्रकाशन, और पेपर क्वालिटी में भी सुधार किया गया है। अब किताबों की ऑनलाइन बिक्री भी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से की जा रही है, जिससे छात्रों और अभिभावकों को सुविधा मिल रही है।
किताबों का उत्पादन भी तीन गुना बढ़ा
इस वर्ष NCERT ने 15 करोड़ किताबें प्रकाशित करने का लक्ष्य रखा है, जो पहले की तुलना में तीन गुना अधिक है। यह शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, जो नकल के खिलाफ कड़े कदमों और तकनीकी नवाचारों का परिणाम है।