रूस फिर बना भारत का साथी...ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी को ललकारा,
पुतिन बोले- भारतीय कभी अपना अपमान नहीं होने देंगे
25 days ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर भारत के प्रति अपने समर्थन को स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए भारी-भरकम टैरिफ की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी सरकार भारत को होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपाई करेगी।
रूस करेगा भारत से ज्यादा खरीद पुतिन ने कहा है कि रूस भारत से फार्मास्यूटिकल और एग्रीकल्चरल उत्पाद अधिक मात्रा में खरीदेगा, जिससे दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापार असंतुलन को संतुलित किया जा सके। फिलहाल भारत रूस से बड़े पैमाने पर कच्चा तेल खरीदता है, जिसकी वजह से व्यापार का झुकाव रूस की ओर है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कदम केवल आर्थिक गणना है, इसमें कोई राजनीतिक पहलू शामिल नहीं है।
अमेरिकी टैरिफ की आलोचना पुतिन ने कहा है कि अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ और पेटेंटेड दवाओं पर 100 प्रतिशत टैरिफ से भारत को बड़ा नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि अगर भारत रूसी संसाधनों से दूरी बनाएगा तो उसका घाटा 9 से 10 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। लेकिन अगर वह रूस से संबंध बनाए रखता है, तो उस पर पश्चिमी दबाव और पाबंदियां भी लग सकती हैं।
"भारतीय कभी बेइज्जती नहीं होने देंगे" दरसल सोची स्थित ब्लैक सी रिसॉर्ट में वल्दाई डिस्कशन क्लब में 140 देशों के विशेषज्ञों के बीच बोलते हुए पुतिन ने कहा, “भारतीय लोग कभी किसी को अपनी बेइज्जती करने का मौका नहीं देते। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जानता हूं, वह कभी ऐसा फैसला नहीं करेंगे जो भारत के आत्मसम्मान के खिलाफ हो।” उन्होंने कहा कि भारत और रूस के बीच रिश्ते सोवियत संघ के जमाने से मजबूत रहे हैं। भारत आजादी की लड़ाई लड़ रहा था, तब भी रूस उसके साथ था। आज भी भारतीय लोग उस ऐतिहासिक रिश्ते की कद्र करते हैं।
मोदी सरकार की तारीफ वहीं पुतिन ने भारत की मौजूदा सरकार की भी सराहना भी की है। उन्होंने पीएम मोदी को संतुलित, बुद्धिमान और राष्ट्रहितैषी नेता बताया। पुतिन ने कहा कि भारत ने कभी रूस के साथ अपने रिश्तों की अनदेखी नहीं की, और यही दोनों देशों के संबंधों की असली ताकत है।