पापा का सपना मेरे जीवन का लक्ष्य…
राजीव गांधी की जयंती पर छलका राहुल गांधी का दर्द…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 81वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राहुल गांधी ने उन्हें एक “सद्भावना और करुणा के प्रतीक” के रूप में याद किया और उनके सपनों को साकार करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
राहुल गांधी का भावुक संदेश
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर अपने पिता को याद करते हुए लिखा, “एक भारत – जहां हर नागरिक का सम्मान हो, जहां सद्भावना हो और देश लोकतंत्र व संविधान के साथ मज़बूती से खड़ा हो। पापा, आपके इस सपने को पूरा करना ही मेरे जीवन का लक्ष्य है।”
प्रियंका गांधी ने साझा की भावनाएं
राजीव गांधी की जयंती पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपने पिता को भावुक शब्दों में याद किया। उन्होंने लिखा, “आपसे हमें करुणा, प्रेम और देशभक्ति के मूल्य विरासत में मिले। हम दोनों हमेशा इन मूल्यों को संजोकर रखेंगे। कोई इन्हें तोड़ नहीं सकता, कोई इन्हें रोक नहीं सकता और न ही हमारे कदम कभी डगमगाएंगे।”
विरभूमि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम
राजीव गांधी की जयंती पर अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) की ओर से उनके स्मारक विरभूमि पर एक विशेष श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, के.सी. वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी वाड्रा मौजूद रहीं।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “आज हम सद्भावना दिवस के अवसर पर राजीव गांधी को याद करते हैं, जो एक असाधारण नेता थे। उन्होंने करोड़ों लोगों में उम्मीद जगाई और भारत को 21वीं सदी की दिशा में अग्रसर किया।”
राजीव गांधी का राजनीतिक सफर
राजीव गांधी ने 1984 में अपनी मां और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस की कमान संभाली। वे अक्टूबर 1984 में देश के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने, जब उनकी उम्र मात्र 40 वर्ष थी। उन्होंने 2 दिसंबर 1989 तक प्रधानमंत्री पद संभाला।
जन्म, योगदान और विरासत
20 अगस्त 1944 को जन्मे राजीव गांधी का कार्यकाल भारत में आर्थिक आधुनिकीकरण की शुरुआत के रूप में जाना जाता है। उन्होंने तकनीक, दूरसंचार और शिक्षा सुधारों को बढ़ावा दिया, जिससे देश नए विकास पथ पर आगे बढ़ा। 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदुर में एक चुनावी रैली के दौरान लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) के एक आत्मघाती हमले में उनकी हत्या कर दी गई। राजीव गांधी की विरासत आज भी भारतीय राजनीति और विकास की दिशा को प्रभावित करती है। उनकी जयंती पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रमों ने एक बार फिर देश के आधुनिक भारत के निर्माण में उनके योगदान को याद किया।