Ind Vs Pak: हार के ग़म में पाकिस्तान का शर्मनाक ऐलान,
मसूद अजहर के आतंकियों को दान करेगा टीम की मैच फीस !
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी है। यह हार पाकिस्तान के लिए सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं रही, बल्कि हार के बाद पाकिस्तानी हुकूमत और कप्तान की बौखलाहट ने सबको हैरान कर दिया। जहां पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा, वहीं पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा ने भारतीय टीम पर हाथ नहीं मिलाने का आरोप लगाया। वहीं टीम के कप्तान ने भारत की एयर स्ट्राइक में मरे गए आतंकियों के परिवारों को मैच फ़ीस दान करके की बात कही है।
कप्तान सलमान अली आगा का विवादित बयान वहीं मैच के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा ने कहा कि भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाकर क्रिकेट का अपमान किया है। लेकिन इसी दौरान उन्होंने ऐसा ऐलान कर दिया जिसने पाकिस्तान की पोल खोल दी। आगा ने घोषणा की कि पूरी पाकिस्तानी टीम अपनी मैच फ़ीस भारत की स्ट्राइक में मारे गए आम नागरिकों के नाम दान करेगी।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का आरोप भारत की जीत के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर लिखा कि भारतीय प्रधानमंत्री मोदी क्रिकेट की संस्कृति और भावना को नष्ट कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस रवैये से उपमहाद्वीप में शांति और मुद्दों के समाधान की संभावनाएं खत्म हो रही हैं। उनका यह बयान साफ़ तौर पर हार से उपजे गुस्से और बौखलाहट का प्रतीक था।
ऑपरेशन सिंदूर और आतंकियों की मौत दरअसल, मई महीने में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में बड़ी कार्रवाई की थी। इस स्ट्राइक में आम नागरिक नहीं बल्कि आतंकियों का सफाया हुआ था। भारतीय कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के कई बड़े चेहरे मारे गए। बहावलपुर स्थित मरकज़ सुभानल्लाह में हुए हमले में आतंकी मसूद अजहर के परिवार के 14 लोग ढेर हुए थे। इनमें कंधार हाईजैक का आरोपी यूसुफ अजहर, जैश का संचालक मोहम्मद जमील अहमद, उसका बेटा हमज़ा जमील और मसूद अजहर का भतीजा हुज़ैफ़ा अज़हर शामिल थे।
मसूद अजहर का परिवार तबाह भारत की स्ट्राइक ने आतंकी मसूद अजहर के नेटवर्क को गहरी चोट पहुंचाई। उसके बहनोई, भतीजे और बेटों तक को भारतीय वायुसेना ने खत्म कर दिया। इसके अलावा मुज़फ़्फ़राबाद में मरकज़ बिलाल का संचालक याकूब मुग़ल, आतंकी हसन खान और वकास भी मारे गए। वहीं मुरीदके स्थित लश्कर-ए-तैयबा के मरकज़ तैयबा में मुदस्सिर और अबू उकसा का सफाया किया गया, जो आतंकियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देते थे।
पाकिस्तानी कप्तान का आतंकियों को सम्मान अब सवाल यह उठता है कि जब पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा पूरी टीम की मैच फ़ीस इन मारे गए लोगों के नाम दान करने की घोषणा कर रहे हैं, तो वे असल में आतंकियों और उनके परिवार को सम्मान दे रहे हैं। यह वही रवैया है जो पाकिस्तान की सेना और सरकार ने इन आतंकियों के जनाजे में दिखाया था।
क्रिकेट और आतंक का पुराना रिश्ता पाकिस्तान क्रिकेट का आतंक से रिश्ता नया नहीं है। कभी इमरान ख़ान तालिबान के समर्थन की वजह से तालिबान ख़ान कहलाए थे। हाल के वर्षों में भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों का आतंकियों के प्रति झुकाव कई बार सामने आया है। कुछ समय पहले बल्लेबाज़ साहिबज़ादा फरहान ने भारत के खिलाफ अर्धशतक बनाने के बाद बंदूक चलाने का इशारा किया था। अब कप्तान सलमान अली आगा हार के बाद उन्हीं आतंकियों को सम्मानित करने की घोषणा कर रहे हैं।
हार की शर्म और आतंक का समर्थन एशिया कप के फाइनल में हार ने पाकिस्तान की क्रिकेट टीम की पोल खोल दी। मैदान पर हार झेलने के बाद भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों और नेताओं ने आतंक का सहारा लेकर खुद को सही ठहराने की कोशिश की। लेकिन हकीकत यही है कि भारत की जीत ने न सिर्फ क्रिकेट में पाकिस्तान को पटखनी दी बल्कि यह भी साबित कर दिया कि आतंकियों के साथ खड़ा पाकिस्तान कभी खेल की असली भावना को नहीं समझ सकता।