मंच से मां को अपशब्द पर PM मोदी का पहला रिएक्शन,
कहा - मेरी मां का अपमान, देश की हर मां-बहन-बेटी का अपमान
7 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
बिहार के दरभंगा में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान कांग्रेस-आरजेडी के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को लेकर अपशब्द कहे जाने पर सियासत गरमा गई है। इस घटना को लेकर पीएम मोदी ने कांग्रेस और आरजेडी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि मां के आशीर्वाद से ही वे देश की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर मां चाहती है कि उसका बेटा उसकी सेवा करे, लेकिन उनकी मां ने उन्हें खुद से अलग कर देश की करोड़ों माताओं और बहनों की सेवा करने की इजाजत दी।
“मेरी मां अब इस दुनिया में नहीं, फिर भी उन्हें गाली दी गई”
पीएम मोदी ने भावुक होते हुए कहा कि उनकी मां का शरीर अब इस दुनिया में नहीं है। कुछ समय पहले 100 साल की उम्र में उनका निधन हो चुका है। उन्होंने बताया कि उनकी मां का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था, फिर भी कांग्रेस-आरजेडी के मंच से उन्हें भद्दी गालियां दी गईं। उन्होंने कहा कि इस घटना को देखकर देश की कई माताओं और बहनों को बहुत पीड़ा हुई होगी। पीएम मोदी ने कहा, “उस मां का क्या गुनाह है, जिसको अपशब्द कहे गए? मेरी मां को गाली देना केवल मेरा ही नहीं बल्कि बिहार का भी अपमान है।”
“मेरी मां का अपमान, देश की हर मां-बहन-बेटी का अपमान”
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी मां का सम्मान बिहार की पहचान है और उनकी मां को गाली देना बिहार की परंपरा और संस्कृति का अपमान है। उन्होंने कहा कि मां ही तो हमारा संसार होती है, हमारी पहचान और हमारा स्वाभिमान होती है। पीएम मोदी ने कहा, “बिहार की इस समृद्ध परंपरा में मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसी घटना घटेगी। कांग्रेस-आरजेडी के मंच से मेरी मां को गालियां दी गईं। यह केवल मेरी मां का नहीं, बल्कि देश की हर मां, बहन और बेटी का अपमान है। मुझे पता है कि इस घटना से बिहार की हर मां को कितनी पीड़ा हुई होगी। मेरे दिल में जितना दुख है, उतना ही कष्ट मेरे बिहार के लोगों के दिल में भी है।”
“मेरी मां ने तपस्या कर हमें पाला”
पीएम मोदी ने अपनी मां की कठिनाइयों का जिक्र करते हुए कहा कि हर मां अपने बच्चों को पालने के लिए बहुत त्याग करती है। उन्होंने कहा कि उनकी मां ने भी गरीबी और संघर्ष में रहकर अपने बच्चों को पाला। उन्होंने कहा, “बरसात आने से पहले मां छत की मरम्मत की चिंता करती थीं ताकि हम चैन से सो सकें। वह बीमार होती थीं, पर कभी हमें पता नहीं चलने देती थीं। अगर एक दिन भी मां आराम करतीं, तो हम बच्चों को तकलीफ होती। उन्होंने कभी अपने लिए नई साड़ी तक नहीं खरीदी, एक-एक पाई जोड़तीं ताकि हम भाई-बहनों के लिए कपड़े बनवा सकें।” पीएम मोदी ने कहा कि देश की करोड़ों माताएं भी अपने बच्चों को इसी तरह तपस्या और त्याग से पालती हैं।