अब जिसके पास वैध टिकट, उसी को मिलेगी स्टेशन में एंट्री,
रेलवे लागू करने जा रहा नया नियम
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ को नियंत्रित करने और बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। अब स्टेशन परिसर में केवल वैध टिकट रखने वाले यात्रियों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। यह व्यवस्था एक महीने के ट्रायल के रूप में लागू की जाएगी और अगर प्रयोग सफल रहता है, तो इसे पूरे देश के प्रमुख स्टेशनों पर लागू किया जा सकता है।
हादसे के बाद लिया गया फैसला
उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर के मुताबिक, इस साल फरवरी में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ के कारण हादसा हो गया था। इस घटना के बाद रेलवे ने तय किया कि स्टेशन पर होने वाली अव्यवस्था और अनारक्षित डिब्बों में बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाने जरूरी हैं। इसी के तहत यह नई व्यवस्था लागू की जा रही है।
अनारक्षित टिकटों पर लगी नई सीमा
रेलवे बोर्ड ने पहले भी एक सफल प्रयोग किया था, जिसमें हर अनारक्षित कोच के लिए केवल 150 टिकट ही जारी किए गए थे। जैसे ही सॉफ्टवेयर सिस्टम में यह तय सीमा पूरी होती थी, नए टिकट जारी करना अपने आप बंद हो जाता था। अभी तक अनारक्षित टिकटों पर कोई सीमा तय नहीं है, इसलिए यात्री काउंटर या मोबाइल ऐप से अनलिमिटेड टिकट बनवा लेते हैं। इसी वजह से 80 यात्रियों की क्षमता वाले एक कोच में 300 से 400 लोग ठूस दिए जाते हैं, जिससे त्योहारों और छुट्टियों के समय ट्रेनों में अफरा-तफरी मच जाती है।
नई योजना से मिलेगी राहत
नई व्यवस्था के तहत शुरुआती स्टेशन से हर अनारक्षित कोच के लिए केवल 150 टिकट जारी होंगे। बीच के स्टेशनों पर सिर्फ 20% अतिरिक्त टिकट ही मिलेंगे। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी ट्रेन में 4 अनारक्षित कोच हैं, तो शुरुआती स्टेशन से केवल 600 टिकट जारी किए जाएंगे। रेलवे सूत्रों के मुताबिक, यह सिस्टम सिर्फ उन ट्रेनों पर लागू होगा जो अगले तीन घंटे में चलने वाली हैं। इस कदम का मकसद है कि यात्रियों को सीट मिलने में आसानी हो, यात्रा ज्यादा सुरक्षित बने और ट्रेन संचालन सुचारू रहे।
यात्रियों के लिए बड़ी राहत
अगर यह ट्रायल सफल रहता है, तो त्योहारों और छुट्टियों के दौरान ट्रेनों में यात्रा करना पहले से कहीं ज्यादा आरामदायक हो सकता है। भीड़भाड़ से निजात मिलेगी, दुर्घटनाओं का खतरा कम होगा और यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा। रेलवे का यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा दोनों के लिहाज से महत्वपूर्ण बदलाव साबित हो सकता है।