अब भारत से अमेरिका जाने वाली सभी डाक सेवाओं पर रोक,
ट्रंप के टैरिफ का भारत ने दिया करारा जवाब
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
भारत सरकार ने अमेरिका जाने वाली सभी तरह की डाक सेवाओं पर बड़ा फैसला लेते हुए तत्काल प्रभाव से बुकिंग रोक दी है। संचार मंत्रालय के डाक विभाग की ओर से शुक्रवार (29 अगस्त) को जारी नोटिस में साफ कहा गया है कि अब अमेरिका को चिट्ठी, दस्तावेज, गिफ्ट या 100 डॉलर तक के किसी भी तरह के शिपमेंट की बुकिंग पूरी तरह से बंद रहेगी। डाक विभाग के मुताबिक, यह फैसला अमेरिका जाने वाले शिपमेंट को लेकर बढ़ती दिक्कतों और अमेरिकी नियमों में अस्पष्टता की वजह से लिया गया है। मंत्रालय ने बताया कि हवाई कैरियर अमेरिकी कस्टम्स द्वारा जारी किए गए नए नियमों की जटिलताओं के कारण इस तरह के पार्सल ले जाने से मना कर रहे हैं।
ट्रंप के टैरिफ से बढ़ी मुश्किलें
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारतीय सामानों के आयात पर 50% तक का टैरिफ लागू कर दिया है। इसमें से 25% टैक्स रेसिप्रोकल टैरिफ के नाम पर है, जबकि रूस से तेल खरीदने के कारण अमेरिका ने भारत पर 25% का अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया है। इस डबल झटके के बाद भारतीय डाक विभाग को अमेरिका जाने वाले पार्सल की बुकिंग रोकनी पड़ी। इससे पहले अमेरिकी प्रशासन ने 30 जुलाई 2025 को एक आदेश जारी किया था, जिसके तहत 29 अगस्त से 100 डॉलर तक के गिफ्ट, दस्तावेज और चिट्ठियां भेजने की अनुमति भी खत्म कर दी गई। यानी अब किसी भी श्रेणी की डाक अमेरिका नहीं भेजी जा सकेगी।
हर शिपमेंट पर अलग-अलग ड्यूटी
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, नए नियमों के बाद अमेरिका जाने वाले शिपमेंट पर दो तरह की ड्यूटी लागू होगी। पहली, टैरिफ दर के आधार पर ड्यूटी, और दूसरी, हर आइटम पर एक फिक्स चार्ज। यह चार्ज 80, 160 या 200 अमेरिकी डॉलर तक हो सकता है, जो इस बात पर निर्भर करेगा कि भारत किस टैरिफ ब्रैकेट में आता है।
800 डॉलर तक के पार्सल पर भी असर
इस बीच रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन एजेंसी ने शुक्रवार से नया नियम लागू कर दिया है। इसके तहत अब 800 डॉलर से कम कीमत के पैकेज पर भी ड्यूटी लगेगी। इस नियम का असर भारत, ब्राजील, कनाडा और चीन पर ज्यादा होगा, क्योंकि ये देश 25% से अधिक टैरिफ के दायरे में आते हैं। भारत से अमेरिका जाने वाले सभी पार्सल पर अब 200 डॉलर की अतिरिक्त ड्यूटी भी लागू होगी। इस निर्णय के बाद अमेरिका को चिट्ठी, दस्तावेज या पार्सल भेजने वाले लाखों भारतीयों पर सीधा असर पड़ेगा। मंत्रालय का कहना है कि हालात सामान्य होने और नियमों पर स्पष्टता आने तक यह रोक जारी रहेगी।