अब ब्रिटेन में बेचे जाएँगे कोल्हापुरी चप्पल और बनारसी साड़ी,
ऐतिहासिक ट्रेड डील से मिलेगा बड़ा बाजार
2 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
भारत और ब्रिटेन के बीच आज एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement - FTA) पर हस्ताक्षर हुए हैं। यह समझौता लंदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टेर्मर के बीच हुई उच्च स्तरीय बैठक के दौरान हुआ। इस समझौते को दोनों देशों के लिए आर्थिक दृष्टि से गेम चेंजर माना जा रहा है। ऐसे में कोहलापुरी चप्पल, बनारसी और चंदेरी साड़ियां को बढ़ावा दिए जाने की बात की जा रही है।
निवेश और रोजगार को मिलेगा नया बल
फ्री ट्रेड डील से दोनों देशों के बीच निवेश को नई गति मिलेगी। इससे व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे भारतीय उत्पादों को ब्रिटिश बाजार में नई पहचान मिलेगी और ब्रिटिश उपभोक्ताओं को भारतीय संस्कृति से जुड़ी वस्तुएं अधिक रियायती दरों पर उपलब्ध होंगी।
‘ब्रांड इंडिया’ को मिलेगा वैश्विक मंच
इस समझौते में 'ब्रांड इंडिया' को ब्रिटेन में प्रमोट करने पर विशेष जोर दिया गया है। भारत की पारंपरिक और सांस्कृतिक पहचान से जुड़े उत्पाद जैसे कोहलापुरी चप्पल, बनारसी और चंदेरी साड़ियां ब्रिटिश बाजारों में अब और सुलभ हो जाएंगी। इन उत्पादों को रियायती दरों पर निर्यात करने की अनुमति मिलने से इनकी पहुंच और लोकप्रियता में इजाफा होगा।
महिला उद्यमिता को नई उड़ान
इस डील की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने पर विशेष बल दिया गया है। समझौते में यह सुनिश्चित किया गया है कि महिला कारोबारियों को व्यापार के सभी लाभ मिलें। ब्रिटिश सरकार ने साफ किया है कि इस समझौते में भ्रष्टाचार विरोध, श्रम अधिकार, लैंगिक समानता और समावेशी विकास को प्राथमिकता दी गई है। इससे महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण होगा और व्यापार में उनकी भागीदारी बढ़ेगी।
सस्ते होंगे कुछ सामान, कुछ होंगे महंगे
हालांकि इस समझौते से कुछ वस्तुओं की कीमतों में कमी आएगी, वहीं कुछ उत्पाद महंगे भी हो सकते हैं। दोनों देशों के हितों और घरेलू बाजारों को ध्यान में रखते हुए यह संतुलन साधने की कोशिश की गई है।