बढ़ने वाली है भारत की न्यूक्लियर क्षमता..!
जाने परमाणु के क्षेत्र में नए रिएक्टर पर जारी काम से कितना सशक्त होगा भारत…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से राष्ट्र के नाम संबोधन में भारत के ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी कई दूरगामी योजनाओं का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि भारत ने परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ा सुधार किया है और देश को ऊर्जा स्वतंत्र बनाने के लिए इस क्षेत्र को अब निजी क्षेत्र के लिए भी खोल दिया गया है। प्रधानमंत्री ने बताया कि फिलहाल 10 नए न्यूक्लियर रिएक्टर पर काम जारी है और भारत का लक्ष्य है कि 2047 तक परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता को 10 गुना से ज्यादा बढ़ाया जाए। जिससे यह साफ़ हो गया है कि भारत अब परमाणु के क्षेत्र में अपनी ताकत बढ़ाने जा रहा है…
परमाणु ऊर्जा में निजी क्षेत्र की भागीदारी
पीएम मोदी ने कहा कि भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े कदम उठा रहा है। इस दिशा में मौजूदा वित्त वर्ष के केंद्रीय बजट में परमाणु ऊर्जा अधिनियम (Atomic Energy Act) और परमाणु क्षति के लिए नागरिक दायित्व अधिनियम (Civil Liability for Nuclear Damage Act) में संशोधन का प्रस्ताव लाया गया है। पहले ये कानून केवल सरकारी परमाणु ऊर्जा केंद्रों तक ही सीमित थे, लेकिन अब निजी क्षेत्र की सक्रिय भागीदारी से इसे और मजबूती दी जाएगी।
ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनने का संकल्प
प्रधानमंत्री ने कहा कि पेट्रोल, डीजल और गैस की जरूरतों के लिए भारत कई देशों पर निर्भर है। इसलिए ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत 2047 के विजन को पूरा करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
स्वच्छ ऊर्जा में उल्लेखनीय उपलब्धियां
पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने स्वच्छ स्रोतों से 50% ऊर्जा प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित समय से पांच साल पहले ही यानी 2025 में हासिल कर लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 11 वर्षों में सौर ऊर्जा की क्षमता में 30 गुना की बढ़ोतरी हुई है। साथ ही, भारत स्वच्छ ऊर्जा के लिए हाइड्रो पावर पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और नए डैम बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा हाइड्रोजन मिशन में भी निवेश किया जा रहा है।
युवाओं और किसानों के भविष्य के लिए जरूरी सुधार
प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि ऊर्जा क्षेत्र में सुधार निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि युवाओं के बेहतर भविष्य और किसानों के कल्याण के लिए ऊर्जा की स्वतंत्रता बेहद आवश्यक है। ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरणीय संकट के दौर में भारत ने न केवल समय से पहले अपने लक्ष्य पूरे किए हैं, बल्कि दुनिया के सामने स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में एक उदाहरण भी पेश किया है। स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश साफ है कि आने वाले वर्षों में भारत ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ स्वच्छ और टिकाऊ भविष्य की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है।