ट्रंप के टैरिफ विवाद के बीच अमेरिका में गए भारतीय सैनिक,
अब करेंगें उनकी ही धरती पर असली वार…..ड्रिल
7 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
India-US Relations: भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते पिछले कुछ महीनों में काफी तनावपूर्ण हो गए हैं। इस तनाव की शुरुआत अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने से हुई थी। ट्रंप लगातार ट्रुथ सोशल पर भारत और पीएम मोदी को लेकर ट्वीट कर रहे हैं। हाल ही में पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की, जिससे ट्रंप नाराज हो गए। इसके बावजूद भारतीय सेना का एक दल 1 सितंबर 2025 से अलास्का के Fort Wainwright में अमेरिकी सेना के साथ संयुक्त अभ्यास के लिए रवाना हो गया है। इसे ‘युद्ध अभ्यास’ (Yudh Abhyas) कहा जा रहा है और यह अभ्यास 1 से 14 सितंबर तक चलेगा।
रक्षा सहयोग की पुरानी नींव
भारत-अमेरिका के रक्षा संबंध दो दशकों से मजबूत रहे हैं। हालांकि टैरिफ के बाद दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास को झटका लगा है, लेकिन रक्षा मंत्रालय और सेना का कहना है कि रक्षा साझेदारी पर फिलहाल कोई खतरा नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शुरुआती दौर में तनाव दिखाई दे रहा है, लेकिन दोनों देशों की सेनाओं की साझेदारी अब भी कायम है।
अरबों की हुई डील
रक्षा सहयोग के तहत हाल ही में GE-F404 इंजन की डील हुई है, जिन्हें भारत के स्वदेशी फाइटर जेट तेजस मार्क 1A में इस्तेमाल किया जाएगा। इस अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक से दो साल की देरी के बाद इंजन की डिलीवरी शुरू हो गई है और भारत आगे 113 और इंजन खरीदने जा रहा है। इसके अलावा अक्टूबर 2024 में भारत ने अमेरिकी हथियारबंद ड्रोन MQ-9B प्रीडेटर की डील की थी, जो 2029-30 तक भारत को डिलीवर होंगे। अमेरिका 2007 से अब तक भारत को लगभग 2.20 लाख करोड़ (25 बिलियन डॉलर) के सैन्य उपकरण बेच चुका है। हालांकि हाल के तनाव के कारण भविष्य में नई डील्स पर असर पड़ सकता है।
टेंशन के बीच अलास्का में युद्ध अभ्यास
इतनी टेंशन के बावजूद भारत और अमेरिका की सेनाएं अलास्का के बर्फीले इलाके में मिलकर युद्ध अभ्यास करेंगी। भारत की तरफ से 450 से अधिक मद्रास रेजिमेंट के सैनिक शामिल हैं, जो अमेरिकी 5वीं इंफेंट्री रेजिमेंट Bobcats और Arctic Wolves ब्रिगेड कॉम्बैट टीम के साथ उच्च ऊंचाई और बर्फ में ऑपरेशन करेंगे। इसके अलावा भारत-अमेरिका आने वाले समय में 29वें मालाबर नेवल एक्सरसाइज’ में भी साथ दिखाई देंगे। मालाबार अभ्यास 1992 में भारत-अमेरिका संबंधों की मजबूत नींव के लिए शुरू किया गया था। अब इसमें क्वाड के सभी सदस्य ऑस्ट्रेलिया और जापान भी साथ मिलकर अभ्यास करते हैं।