एक और देश में Gen Z ने गिरा दी सरकार,
फिर भी ख़त्म नहीं हो रहा युवाओं का गुस्सा
26 days ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
नेपाल और इंडोनेशिया के बाद अब अफ्रीकी महाद्वीप में Gen Z के युवाओं का आंदोलन जोर पकड़ रहा है। मेडागास्कर में युवाओं के हिंसक प्रदर्शन ने राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना को अपनी पूरी सरकार बर्खास्त करने पर मजबूर कर दिया, लेकिन इसके बावजूद युवा प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए हैं और सड़क पर विरोध जारी है।
आंदोलन की वजह और युवाओं का गुस्सा मेडागास्कर के युवाओं को इंडोनेशिया और नेपाल में हुए Gen Z विरोध प्रदर्शनों से प्रेरणा मिली है। पानी और बिजली कटौती, और सरकार की कुशासन वाली नीतियों के खिलाफ लोग लगातार सड़क पर उतर रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग राजधानी एंटानानारिवो और अन्य शहरों में मार्च कर रहे हैं और राष्ट्रपति राजोएलिना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। जापानी एनीमे "वन पीस" में दिखाई जाने वाली समुद्री डाकू की खोपड़ी का चिन्ह अब प्रदर्शनकारियों के झंडों पर भी देखा जा रहा है, जो इस युवा आंदोलन का प्रतीक बन गया है।
पुलिस की कार्रवाई और हिंसा प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने बख्तरबंद गाड़ियों, आंसू गैस और रबर की गोलियों का इस्तेमाल किया। इसके बावजूद सड़क पर आगजनी और हिंसा की घटनाएं हुईं। राजधानी में विरोध प्रदर्शन के दौरान रात में बड़े पैमाने पर लूटपाट हुई, जिससे अधिकारियों को कर्फ्यू लागू करना पड़ा।
राष्ट्रपति राजोएलिना ने बर्खास्त की सरकार यहां राजोएलिना ने सोमवार को अपनी पूरी सरकार बर्खास्त कर दी और मंत्रियों की निष्क्रियता के लिए माफी मांगी। उन्होंने देश की समस्याओं के समाधान का वचन भी दिया, लेकिन यह कदम विरोध को शांत करने के लिए पर्याप्त साबित नहीं हुआ।
क्यों नहीं रुका विरोध प्रदर्शन AFP की रिपोर्ट के अनुसार, 30 वर्षीय एक्टिविस्ट मासोवा ने कहा कि सरकार को बर्खास्त करना केवल “एक छोटी जीत” है। युवा प्रदर्शनकारी कानून का शासन, सभी के लिए न्याय और वास्तविक बदलाव चाहते हैं। सोशल मीडिया पर Gen Z आंदोलन ने लिखा कि "लक्ष्य तक पहुंचने तक लड़ाई कभी नहीं रुकेगी"। प्रदर्शनकारी 51 वर्षीय राजोएलिना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, जो पहली बार 2009 के विद्रोह के बाद सत्ता में आए थे।
हिंसा और मानवाधिकार के मुद्दे संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस देश में पिछले प्रदर्शनों के दौरान कम से कम 22 लोग मारे गए और 100 से अधिक घायल हुए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक छात्र प्रदर्शनकारी राजोएलिना से सवाल करता दिखाई दे रहा है कि जब उन्होंने खुद विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था तो सब ठीक था, लेकिन युवा अब देश के लिए लड़ रहे हैं और उन्हें दबाने की कोशिश की जा रही है।