14 साल तक नहीं हुई संतान तो पति ने भेज दिया तलाक का नोटिस...
विवाहिता ने फंसी लगाकर की आत्महत्या
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
मध्य प्रदेश के भोपाल शहर के अयोध्या नगर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां तिरुपति एमएल हाईलाइट सोसाइटी में रहने वाली 35 वर्षीय किरण मीणा ने बुधवार शाम फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। घटना से इलाके में शोक और रोष दोनों फैले हुए हैं, जबकि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
14 साल तक नहीं हुई संतान मिली जानकारी के मुताबिक, किरण की शादी आयुर्वेदिक डॉक्टर संजीव (संजय) देशवाली से हुई थी। दंपती विवाह के 14 वर्षों तक संतानविहीन रहे, और परिवार का कहना है कि इसी को लेकर किरण को ससुराल में प्रताड़ना झेलनी पड़ी। आरोप है कि पति की दूसरी महिलाओं से दोस्ती भी रही, और अप्रैल 2025 में संजय बिना बताए घर से चला गया था, जिस पर किरण के परिवार ने थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी। लगातार झगड़ों और परेशानियों के चलते किरण कुछ समय से मायके आकर रह रही थीं और कभी-कभार ससुराल भी जाती थीं। बताया जा है कि, उसके पति ने अभी कुछ दिनों पहले तलाक को नोटिस भी भेजा था।
फ़्लैट पर मिलने गई थी, लगाईं फांसी वहीं बताया जा रहा है कि, बुधवार की शाम किरण अपने पति से मिलने अयोध्या बायपास स्थित फ्लैट पर पहुंची थीं। जहां शाम लगभग छह बजे उनके भाई ने फोन किया तो कोई जवाब नहीं मिला। परिजनों के पहुंचने पर बेडरूम में किरण को फांसी पर झूलता पाया गया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और सुसाइड नोट तथा आसपास के संदर्भ जुटाकर जांच शुरू कर दी है।
सुसाइड नोट में ससुराल पर लगाए गंभीर आरोप किरण ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा, जिसमें उन्होंने अपने ससुराल वालों पर शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना और पति की दूसरी शादी कराने के इरादे का आरोप लगाया। सुसाइड नोट में किरण ने सास, पति, देवर, तीन ननदें, पति की एक महिला मित्र और एक चचेरी बहन का नाम लेकर उन पर परेशान करने और तलाक कराने के इरादे का ज़िक्र किया है। नोट में उन्होंने स्पष्ट लिखा कि वे 'अब और बेज्जती बर्दाश्त नहीं कर सकतीं' और अपने माता-पिता को अंतिम सामान व फ्लैट की चाबी सौंपने के निर्देश भी दिए।
परिजनों के आरोप और पुलिस की कार्रवाई वहीं किरण के परिजनों ने आरोप लगाया हैं कि, पति संजय और ससुराल पक्ष की हरकतों के कारण ही यह खौफनाक कदम उठाना पड़ा। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच तेज कर दी है। प्रारंभिक जानकारी के आधार पर संबंधित व्यक्तियों के बयानों और सुसाइड नोट की भाषा को सबूत के तौर पर देखा जा रहा है। आगे की जांच में घटना के सामाजिक-कानूनी पहलुओं का भी अध्ययन किया जाएगा।