सात साल के होने से पहले करा लें बच्चों के आधार कार्ड में ये अपडेट,
वरना उठानी पड़ सकती है फजीहत
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
भारत में आधार कार्ड आज हर नागरिक की पहचान का अहम दस्तावेज बन चुका है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए यह आवश्यक हो गया है। हाल ही में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने बच्चों के आधार कार्ड को लेकर एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। UIDAI ने साफ कर दिया है कि यदि बच्चे का आधार 5 साल से कम उम्र में बनवाया गया है और 7 साल की आयु तक उसका बायोमेट्रिक अपडेट नहीं करवाया गया, तो आधार कार्ड बंद हो सकता है। यानी बिना बायो पहचान जैसे- फिंगरप्रिंट, आइरिस और फोटो अपडेट किए, आधार भविष्य में काम नहीं करेगा।
बच्चों के आधार अपडेट के लिए उठाए गए कदम
UIDAI के आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान में देशभर में करीब 17 करोड़ बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट लंबित है। इस समस्या को दूर करने के लिए UIDAI ने कई कदम उठाए हैं। इसके तहत स्कूलों में विशेष आधार अपडेट कैंप लगाए जा रहे हैं, ताकि बच्चों के आधार आसानी से अपडेट हो सकें। इसके अलावा, UDISE+ प्लेटफॉर्म के माध्यम से बच्चों की विस्तृत सूची तैयार की जा रही है। माता-पिता को समय पर अपडेट कराने की याद दिलाने के लिए SMS भी भेजे जा रहे हैं, ताकि किसी भी बच्चे का आधार निष्क्रिय न हो।
फ्री में बच्चों का आधार अपडेट करने का मौका
UIDAI ने स्पष्ट किया है कि यदि बच्चे की उम्र 5 से 7 साल के बीच है, तो माता-पिता बायोमेट्रिक अपडेट मुफ्त में करवा सकते हैं। इसके लिए निकटतम आधार सेवा केंद्र (Aadhaar Seva Kendra) या अधिकृत अपडेट सेंटर पर जाना होगा। इस दौरान बच्चे के फोटो, फिंगरप्रिंट और आइरिस स्कैन अपडेट किए जाते हैं। लेकिन UIDAI ने यह भी साफ किया है कि यदि 7 साल की उम्र पार हो जाती है और उसके बाद अपडेट करवाया जाता है, तो इसके लिए 100 रुपये का शुल्क देना होगा। इसलिए समय रहते बच्चों का आधार अपडेट करवाना जरूरी है।
बच्चों के आधार अपडेट की जरूरत क्यों है ?|
जब छोटे बच्चों का आधार कार्ड पहली बार बनता है, तो उस समय केवल नाम, जन्मतिथि, पता और फोटो जैसी बेसिक जानकारी ली जाती है। उस उम्र में बच्चों की बायोमेट्रिक पहचान जैसे- फिंगरप्रिंट और आइरिस पूरी तरह विकसित नहीं होती। इसी वजह से UIDAI ने 5 साल और 15 साल की उम्र पर आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट को अनिवार्य बनाया है। यदि समय पर यह अपडेट नहीं किया गया, तो बच्चों को कई महत्वपूर्ण सुविधाओं में दिक्कत आ सकती है। स्कूल में एडमिशन, विभिन्न प्रवेश परीक्षाएं (Entrance Exams), छात्रवृत्ति (Scholarship) और प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में परेशानी हो सकती है। यही कारण है कि UIDAI अब लगातार माता-पिता को SMS भेजकर इस विषय पर जागरूक कर रहा है।
बच्चों का आधार बायोमेट्रिक अपडेट कराने की प्रक्रिया
बच्चों के आधार बायोमेट्रिक अपडेट के लिए माता-पिता को पास के किसी भी आधार सेवा केंद्र या अधिकृत अपडेट सेंटर पर जाना होगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह निशुल्क है, यदि इसे 5 से 7 साल की उम्र के बीच पूरा कर लिया जाता है। इस अपडेट के लिए UIDAI की वेबसाइट पर जाकर निकटतम आधार सेवा केंद्र खोजा जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले वेबसाइट पर "My Aadhaar" सेक्शन में जाएं, फिर "Locate an Enrolment Center" पर क्लिक करें। यहां राज्य या पिन कोड डालकर नजदीकी केंद्रों की सूची प्राप्त की जा सकती है।
आधार अपडेट के लिए जरूरी दस्तावेज
बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट कराने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज साथ ले जाने होते हैं। इनमें बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate), स्कूल आईडी (School ID) या अन्य मान्य पहचान पत्र, और माता-पिता का आधार कार्ड शामिल है। इन दस्तावेजों के आधार पर ही बच्चे की पहचान सत्यापित की जाएगी और अपडेट की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
समय रहते अपडेट कराएं बच्चों का आधार
UIDAI की इस चेतावनी का सीधा मतलब है कि माता-पिता को समय रहते बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट करवा लेना चाहिए। यदि यह अपडेट 7 साल की उम्र से पहले करा लिया जाता है, तो यह पूरी तरह मुफ्त है, लेकिन देरी करने पर न केवल अतिरिक्त शुल्क देना होगा बल्कि भविष्य में कई सरकारी सुविधाओं और स्कूल प्रक्रियाओं में भी समस्या आ सकती है।