इस्तीफे के चालीस दिन बाद पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने छोड़ा सरकारी आवास,
जाने कहां हुए शिफ्ट
7 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पद से इस्तीफा देने के 40 दिन बाद उपराष्ट्रपति निवास खाली कर दिया है और फिलहाल अस्थायी रूप से छतरपुर के गदाईपुर स्थित एक प्राइवेट घर में शिफ्ट हो गए हैं। बताया जा रहा है कि यह फार्महाउस अभय चौटाला का है, जहां धनखड़ तब तक रहेंगे जब तक उन्हें सरकार की ओर से आधिकारिक आवास आवंटित नहीं हो जाता।
कहां हुए शिफ्ट
सूत्रों के अनुसार, शहरी विकास मंत्रालय के तहत आने वाले डायरेक्टर ऑफ एस्टेट ने पूर्व उपराष्ट्रपति के लिए 34 एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित टाइप-8 बंगला खाली करा लिया है। हालांकि, सीपीडब्ल्यूडी अधिकारियों के मुताबिक बंगले की रिपेयरिंग और साज-सज्जा में अभी लगभग तीन महीने का समय लगेगा। उसके बाद ही धनखड़ वहां शिफ्ट होंगे।
सरकारी सुविधाएं और आवास का इंतजार
नियमों के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व उपराष्ट्रपति और पूर्व प्रधानमंत्री को लुटियन जोन में टाइप-8 बंगला या उनके पैतृक स्थान पर दो एकड़ भूमि दी जाती है। धनखड़ को भी इसी श्रेणी के बंगले का अधिकार है। इसके अलावा, धनखड़ ने हाल ही में राजस्थान विधानसभा में पूर्व विधायक पेंशन बहाल करने के लिए भी आवेदन दिया है। वे 1993 से 1998 तक किशनगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक रहे थे और जुलाई 2019 तक पेंशन प्राप्त करते थे। लेकिन पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त होने के बाद उनकी पेंशन रोक दी गई थी। अब विधानसभा सचिवालय ने उनके नए आवेदन पर प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कितनी मिलेगी पेंशन
आपको बताते चलें कि पूर्व विधायक होने के नाते, धनखड़ को 42,000 रुपये प्रति माह पेंशन मिलेगी। इसके अलावा, वे पूर्व सांसद होने के नाते 45,000 रुपये प्रति माह और पूर्व उपराष्ट्रपति होने के नाते लगभग 2 लाख रुपये प्रति माह पेंशन के हकदार हैं। पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल होने के नाते उन्हें अलग से कोई पेंशन नहीं मिलेगी, लेकिन इस पद से जुड़े 25,000 रुपये मासिक प्रतिपूर्ति का प्रावधान है। पूर्व उपराष्ट्रपति के तौर पर धनखड़ को सरकारी सुविधाओं में टाइप-8 बंगला, निजी सचिव, अतिरिक्त निजी सचिव, निजी सहायक, चिकित्सक, नर्सिंग अधिकारी और चार निजी परिचारक भी मिलते हैं। यदि पूर्व उपराष्ट्रपति का निधन हो जाता है, तो उनके जीवनसाथी को टाइप-7 श्रेणी का सरकारी आवास मिलता है। धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए 21 जुलाई को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था। फिलहाल वे छतरपुर के फार्महाउस में रहेंगे और तीन महीने बाद 34 एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित सरकारी बंगले में शिफ्ट हो जाएंगे।