कोऑपरेटिव नहीं डिमांडिंग है डर्टी बाबा चैतन्यानंद सरस्वती !
थाने पहुंचते ही कर दी ये मांग
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
दिल्ली के वसंत कुंज स्थित एक आश्रम का संचालक स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती कथित तौर पर बड़े स्तर पर यौन शोषण और छेड़छाड़ के मामले में फंस गया है। उस पर एक-दो नहीं बल्कि 35 से अधिक छात्राओं और महिलाओं ने छेड़खानी का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेशी के बाद वसंत कुंज नॉर्थ थाने ले जाया गया, जहां घंटों पूछताछ चली।
पूछताछ में टालमटोल पुलिस सूत्रों के मुताबिक, चैतन्यानंद पूछताछ में बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहा। दिल्ली पुलिस के DCP, ACP और इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारियों ने उससे करीब दो घंटे तक सवाल-जवाब किए, लेकिन हर बार उसका एक ही जवाब था कि “आरोप निराधार हैं।” शाम होते ही उसने खाने के लिए फल और अन्न की मांग रखी, जिसे पुलिस ने पूरा किया।
लॉकअप में 24 घंटे निगरानी दरअसल आगरा से गिरफ्तारी के बाद चैतन्यानंद को थाने के लॉकअप में रखा गया है। वहां CCTV की मदद से उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। उसके लिए एक चादर और कंबल उपलब्ध कराए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि उसकी सुरक्षा के लिए दो पुलिसकर्मी चौबीसों घंटे ड्यूटी पर रहेंगे।
फरारी में बदलता रहा ठिकाने पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि फरार रहने के दौरान भी चैतन्यानंद अपने आश्रम की गतिविधियों पर नजर रख रहा था। वह साधुओं के बीच छिपता और ऐसे सस्ते होटलों में रुकता, जहां CCTV कैमरे न हों। बुकिंग उसके चेले करवाते थे। पिछले 40 दिनों में उसने करीब 13 होटल बदले और बार-बार ठिकाने बदलता रहा।
घबराहट और फोन पासवर्ड का बहाना बताया जा रहा है कि, पूछताछ के दौरान सुबह से ही चैतन्यानंद घबराहट दिखा रहा था। पुलिस जब उसके मोबाइल फोन की जांच करने लगी तो उसने कहा कि वह पासवर्ड भूल गया है। पुलिस ने उसके तीन मोबाइल फोन और एक iPad जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं।