दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर जन सुनवाई के दौरान हमला…
हिरासत में आरोपी…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
राजधानी दिल्ली में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर उनके आवास पर आयोजित साप्ताहिक जन सुनवाई के दौरान हमला हो गया। घटना सुबह करीब 11 बजे की बताई जा रही है, जब मुख्यमंत्री आम जनता की शिकायतें सुन रही थीं। इसी दौरान एक शख्स अपनी शिकायत लेकर वहां पहुंचा। सूत्रों के अनुसार, उसने पहले कुछ कागज मुख्यमंत्री को सौंपे और उसके बाद अचानक उन पर हमला करने की कोशिश की। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत आरोपी को पकड़ लिया और सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
आरोपी की पहचान और शुरुआती जांच
शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम राजेश भाई खिमजी सकरिया बताया है, जो गुजरात के राजकोट का रहने वाला है। आरोपी की उम्र को लेकर पुलिस अलग-अलग बयान दे रही है, जो 35 से 41 साल के बीच बताई जा रही है। दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को इस घटना की जानकारी दे दी है। आरोपी द्वारा बताए गए पते और पहचान की पुष्टि के लिए दिल्ली पुलिस ने गुजरात पुलिस से भी संपर्क साधा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी की पृष्ठभूमि और दिल्ली आने के मकसद की गहन जांच की जा रही है।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष का बयान
घटना के तुरंत बाद दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और पूरी जानकारी ली। उन्होंने बताया कि जब यह घटना हुई, तब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जनता के बीच बैठी हुई थीं और उनकी समस्याएं सुन रही थीं। तभी एक व्यक्ति उनके पास आया, अपनी शिकायत के कुछ कागज रखे और अचानक हाथ खींचने की कोशिश की। इसी दौरान धक्का-मुक्की हुई और मुख्यमंत्री का सिर मेज के कोने से हल्का टकरा गया। सचदेवा ने यह भी स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री को थप्पड़ मारे जाने की खबरें पूरी तरह गलत हैं। उन्होंने कहा कि सीएम की हालत पूरी तरह स्थिर है और डॉक्टरों ने उनका चेकअप कर लिया है। मुख्यमंत्री को हल्का सदमा जरूर लगा है, लेकिन उन्होंने साफ कहा है कि वह अपनी रोजमर्रा की जिम्मेदारियों को निभाती रहेंगी।
राजनीतिक हलचल और बयानबाजी
मुख्यमंत्री पर हुए हमले की खबर फैलते ही दिल्ली की राजनीति में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया। दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेता रमेश बिधूड़ी ने कहा कि यह हमला जन सुनवाई की प्रक्रिया को बाधित करने की मंशा से किया गया है। वहीं, बीजेपी नेता तेजिंदर बग्गा ने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री की सुरक्षा पर चिंता जताई और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
दूसरी तरफ, आम आदमी पार्टी ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की। पार्टी के नेता अनुराग ढांडा ने कहा कि दिल्ली पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, “लोकतंत्र में असहमति की जगह है, लेकिन हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं। उम्मीद है कि दिल्ली पुलिस इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगी।”
इस बीच, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भी इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री पूरी दिल्ली का प्रतिनिधित्व करती हैं। अगर राजधानी की मुख्यमंत्री ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। दिल्ली पुलिस को इस घटना की पूरी सच्चाई सामने लानी चाहिए।”
पुलिस की जांच और सुरक्षा व्यवस्था
घटना के बाद दिल्ली पुलिस के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) तुरंत मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और घटनास्थल की जांच की। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है। आरोपी द्वारा बताए गए नाम और पते की पुष्टि के लिए गुजरात पुलिस की मदद ली जा रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपी के पास मुख्यमंत्री के पास पहुंचने की अनुमति कैसे मिली और सुरक्षा में आखिर चूक कहां हुई।
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने आरोपी की पृष्ठभूमि खंगालने के लिए एक विशेष टीम गठित की है। यह टीम गुजरात के राजकोट में आरोपी के घर और परिवार की जानकारी जुटा रही है। साथ ही, जन सुनवाई के दौरान मौजूद सभी लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि फिलहाल किसी आतंकी एंगल की संभावना नहीं दिख रही, लेकिन किसी भी संभावना को पूरी तरह खारिज नहीं किया जा सकता।
मुख्यमंत्री की तबीयत स्थिर, कामकाज जारी रहेगा
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के करीबी सूत्रों ने बताया कि घटना के बाद डॉक्टरों ने उनका पूरा मेडिकल चेकअप किया है और उनकी तबीयत पूरी तरह स्थिर है। मुख्यमंत्री को हल्का सदमा जरूर लगा है, लेकिन उन्होंने अपनी टीम से साफ कहा है कि इस घटना से वह पीछे नहीं हटेंगी। मुख्यमंत्री ने संदेश दिया है कि वह पहले की तरह जनता से सीधे जुड़कर काम करती रहेंगी और जन सुनवाई का क्रम भी जारी रहेगा।