हिमांचल में कल रात फिर बादल फटा,
जानें राज्य में अब तक कितनी मची तबाही
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
हिमाचल प्रदेश में इस साल का मानसून सीजन भारी तबाही मचा रहा है। यहां पहले से चल रही आपदा के साथ ही बीती शुक्रवार की रात बादल फटने की घटना ने भी तबाही मचा दी है। जिससे कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। अब तक राज्य में चल रही आपदा से 317 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 40 लोग लापता और 374 लोग घायल हैं। पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। प्रदेश में अब तक फ्लैश फ्लड की 90, भूस्खलन की 87 और बादल फटने की 42 घटनाएं दर्ज की गई हैं।
नेशनल हाईवे बंद, बिजली ठप्प
राज्य में दो नेशनल हाईवे और 914 संपर्क मार्ग अभी भी बंद हैं। इसके अलावा 925 ट्रांसफार्मर ठप्प हैं, जिससे बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। शुक्रवार सुबह तक दो एनएच और 633 सड़कें बंद थीं, लेकिन शाम तक आंकड़ा बढ़कर 914 पर पहुंच गया। एनएच-3 और एनएच-305 अभी भी अवरुद्ध हैं, वहीं 266 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित चल रही हैं।
रामपुर में बादल फटा, कई घरों को नुकसान
शिमला के रामपुर उपमंडल के बधाल क्षेत्र में बीती रात बादल फटने से भारी तबाही हुई। कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, और लोग अब भी दहशत में हैं। इस घटना के बाद से 5 नेशनल हाईवे बंद हो गए हैं, जिन्हें खोलने के लिए राहत कार्य तेजी से चल रहा है। स्थानीय लोग बताते हैं कि बधाल में कुछ साल पहले भी बादल फटने की घटना हुई थी।
कुल्लू-किन्नौर में भूस्खलन, एक महिला की मौत
कुल्लू जिले के आनी उपमंडल के पटारना गांव में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से दो मकान जमींदोज हो गए। मलबे में दबकर दो महिलाएं घायल हुईं, जिनमें से एक की मौत हो गई है, जबकि दूसरी की तलाश जारी है। कुल्लू के ही खादवी गांव में तीन मकान भूस्खलन की चपेट में आ गए। वहीं किन्नौर के पूह उपमंडल के लिप्पा गांव में शुक्रवार तड़के बादल फटने के बाद भोगती नाले में अचानक आए सैलाब ने भारी तबाही मचाई। इस बाढ़ में जम्मू-कश्मीर के रहने वाले दो मजदूर फंस गए, जिन्हें स्थानीय लोगों ने समय रहते बचा लिया। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को रिकांगपिओ अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना में गांव की उपजाऊ भूमि भी बर्बाद हो गई।
कुल्लू और चम्बा में हालात गंभीर
कुल्लू और चम्बा जिलों में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। चम्बा में सड़कें, बिजली और पेयजल आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित है। कुल्लू के आनी उपमंडल के छनोट नाले के सैलाब में एक कार बह गई। एनएच-305 औट-लुहरी मार्ग कई दिनों से भूस्खलन के कारण बंद पड़ा है। जिला प्रशासन ने मनाली, आनी और निरमंड उपमंडलों में सभी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है। वहीं सिरमौर जिले में बीती रात हुई मूसलाधार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं और कई सड़कें अवरुद्ध हो चुकी हैं।
मंडी में नेशनल हाईवे जलमग्न, मणिमहेश यात्री फंसे
वहीं मंडी जिले की बल्ह घाटी में पुराना नेशनल हाईवे जलमग्न हो गया है, जिससे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। चम्बा जिले के जनजातीय क्षेत्र भरमौर में सड़कें टूटने के कारण हजारों मणिमहेश तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस यात्री बचाव में जुटी है। केवल 25 से 28 अगस्त के बीच यहां 11 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। 16 अगस्त से शुरू हुई इस यात्रा में अब तक 22 श्रद्धालु अपनी जान गंवा चुके हैं।
चार जिलों में ऑरेंज अलर्ट, कई में यलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के चार जिलों ऊना, मंडी, सिरमौर और कांगड़ा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
- 30 और 31 अगस्त को इन चार जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
- शनिवार को चम्बा, कुल्लू और कांगड़ा में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है।
- ऊना, बिलासपुर, मंडी और शिमला जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी है।
- 31 अगस्त को हमीरपुर, बिलासपुर, चम्बा, कुल्लू, सोलन, किन्नौर और शिमला में भारी बारिश की चेतावनी है।
- 1 सितंबर को ऊना, मंडी, शिमला, सिरमौर और बिलासपुर जिलों में भी भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है।
- 2 सितंबर को शिमला, सिरमौर और मंडी जिलों में भी बारिश की संभावना जताई गई है।