लद्दाख में हालात काबू करने को भेजी गई सीएपीएफ और ITBP,
सुनियोजित साज़िश का हिस्सा मानी जा रही घटना
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
लद्दाख की राजधानी लेह में बुधवार को भड़की हिंसा ने माहौल को गर्मा दिया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तेजी से कदम उठाए हैं और अर्धसैनिक बलों की तैनाती बढ़ा दी है। मंत्रालय इस घटना को किसी सुनियोजित साज़िश का हिस्सा मान रहा है और इसके पीछे की पृष्ठभूमि को खंगालने में जुट गया है।
सीएपीएफ की 12 कंपनियां भेजी गईं, ITBP भी अलर्ट बता दें कि लेह में हालात संभालने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की चार कंपनियां पहले ही पहुंच चुकी हैं, जबकि चार और कंपनियां गुरुवार को वहां पहुंचेंगी। पहले से मौजूद सात कंपनियों के अलावा इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) की चार अतिरिक्त कंपनियों को भी मौके पर भेजा गया है। गृह मंत्रालय ने संकेत दिए हैं कि जरूरत पड़ने पर और भी पैरामिलिट्री फोर्सेज को लद्दाख भेजा जाएगा।
केंद्र की नज़र ‘साजिश’ पर मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि लद्दाख और वहां की युवा पीढ़ी कुछ लोगों की संकीर्ण राजनीति और जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की निजी महत्वाकांक्षाओं का शिकार हो रहे हैं। सूत्रों ने यह भी स्पष्ट किया कि इस पूरे घटनाक्रम को महज एक सामान्य विरोध के तौर पर नहीं देखा जा रहा, बल्कि इसके पीछे संगठित प्रयासों के संकेत मिल रहे हैं।
हाई पावर कमिटी की मीटिंग पहले ही तय थी सूत्रों के मुताबिक, ‘लद्दाख एपेक्स बॉडी’ (ABL) और ‘कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस’ (KDA) द्वारा उठाए गए मुद्दों पर केंद्र ने चर्चा के लिए छह अक्टूबर को हाई पावर कमिटी (HPC) की बैठक पहले से तय कर दी थी। इतना ही नहीं, ABL द्वारा प्रस्तावित नए सदस्यों पर भी केंद्र ने सहमति जताई थी। इसके बावजूद 25-26 सितंबर को बैठक को पहले कराने पर विचार किया जा रहा था। मंत्रालय का सवाल यही है कि जब वार्ता का रास्ता खुला था तो हिंसा भड़काने की जरूरत क्यों पड़ी।
सोनम वांगचुक पर उठे सवाल गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि सोनम वांगचुक लंबे समय से लद्दाख में अरब स्प्रिंग की तर्ज पर विरोध प्रदर्शनों के संकेत देते रहे हैं। अब यह भी जांच के दायरे में है कि नेपाल में Gen Z द्वारा चलाए गए विरोध प्रदर्शनों का जिक्र इस पूरे घटनाक्रम से जुड़ा हुआ है या नहीं। मंत्रालय इस बात की तह तक जाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखे हुए है।