संसद भवन की सुरक्षा में बड़ी चूक…
बीस मीटर ऊंची दीवार फांदकर घुसा युवक, पुलिस ने दबोचा…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
संसद भवन की सुरक्षा एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। शुक्रवार को संसद परिसर में सुरक्षा में सेंध लगने की चौंकाने वाली घटना सामने आई। उत्तर प्रदेश का रहने वाला 20 वर्षीय युवक रामा पेड़ पर चढ़कर नई संसद भवन की 20 मीटर ऊंची दीवार फांदकर अंदर घुस गया। हालांकि, गनीमत रही कि सुरक्षा कर्मियों ने समय रहते युवक को पकड़ लिया।
मानसून सत्र की घटना
मिली जानकारी के मुताबिक यह घटना संसद के मानसून सत्र के समापन के महज एक दिन बाद हुई। युवक ने रेल भवन की तरफ से दीवार फांदी और नई संसद भवन परिसर के गरुड़ द्वार तक पहुंच गया। फिलहाल पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। फिलहाल पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में कई तथ्य निकलकर सामने आएं हैं।
मानसिक स्थिति पर संदेह, पुलिस की पूछताछ जारी
आपको बताते चलें कि, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि युवक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही है। उसे तुरंत गिरफ्तार कर पुलिस थाने ले जाया गया, जहां उससे गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि युवक ने यह कदम अकेले उठाया या इसके पीछे कोई साजिश है।
संसद भवन की सुरक्षा पर उठे बड़े सवाल
वहीं एक तरफ जहां नई संसद भवन की सुरक्षा को लेकर लंबे समय से ज़ीरो-टॉलरेंस सुरक्षा नीति की बात की जाती रही है, लेकिन शुक्रवार की इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। संसद भवन की दीवारें 20 मीटर ऊंची हैं, चारों ओर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और हर कोने पर सुरक्षा कर्मी तैनात रहते हैं। इसके बावजूद युवक ने पेड़ पर चढ़कर दीवार फांदी और लगभग 15 मीटर अंदर गरुड़ द्वार तक पहुंच गया। वहीं यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि संसद भवन की सुरक्षा में अब भी कई कमजोरियां मौजूद हैं। अगर कोई असामाजिक तत्व इसी तरीके से अंदर घुस जाए, तो इसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं।
2023 में भी हुआ था बड़ा सुरक्षा चूक का मामला
आपको बताते चलें कि यह कोई पहली बार नहीं है जब संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगी हो। दिसंबर 2023 में संसद हमले की बरसी पर भी सुरक्षा में गंभीर चूक देखने को मिली थी। उस समय सागर शर्मा और मनोरंजन डी नाम के दो युवक लोकसभा कक्ष की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से कूद गए थे और अंदर पीले धुएं के गुब्बारे फोड़ दिए थे। उसी समय संसद भवन के बाहर नीलम आजाद और अमोल शिंदे ने भी इसी तरह के धुएं के गुब्बारे फोड़कर नारेबाजी की थी। इस घटना ने पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी थी। जिसके बाद इस मामले में कुल छह आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी, जिनमें महेश कुमावत और ललित झा भी शामिल थे। जांच में सामने आया था कि ललित झा इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड था। दिल्ली पुलिस ने इस सुरक्षा चूक के मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में 900 पन्नों से अधिक की चार्जशीट दायर की थी।
फिर से सुरक्षा समीक्षा की जरूरत
संसद भवन में हुई यह नई घटना एक बार फिर से सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि संसद भवन की सुरक्षा को नई तकनीक और उन्नत निगरानी प्रणाली से और मजबूत करने की जरूरत है। इसके तहत सीसीटीवी कैमरों की ब्लाइंड स्पॉट्स की जांच, परिसर के बाहर की निगरानी, और अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती जैसे कदम उठाने की संभावना है। फिलहाल, दिल्ली पुलिस और संसद सुरक्षा बल की एक संयुक्त टीम इस मामले की जांच कर रही है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में संसद भवन की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए जाएंगे।