हिमाचल में ब्यास नदी ने मचाई तबाही, शेर-ए-पंजाब रेस्तरां बहा,
310 लोगों की मौत, 2.45 लाख करोड़ का नुकसान
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
हिमाचल प्रदेश इस समय मानसूनी तबाही की मार झेल रहा है। ब्यास नदी उफान पर है और इसका रौद्र रूप राज्य में भारी तबाही मचा रहा है। कुल्लू जिले के मनाली में हालात बेहद भयावह हो चुके हैं। लगातार हो रही बारिश के चलते कई दुकानें बह गईं, इमारतें ढह गईं, रास्ते बंद हो गए और मकान पानी में डूब गए।
रेस्तरां बाढ़ में बहा
आपको बताते चलें कि, मनाली का प्रसिद्ध शेर-ए-पंजाब रेस्तरां भी इस आपदा की चपेट में आ गया है। ब्यास नदी के किनारे स्थित यह आइकॉनिक रेस्तरां टूरिस्टों के बीच बेहद लोकप्रिय था, लेकिन अब इसका अधिकांश हिस्सा बाढ़ में बह चुका है। वायरल हो रहे वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि रेस्तरां का सिर्फ गेट वाला हिस्सा ही बचा है, जबकि पीछे की पूरी संरचना नदी में समा गई।
ब्यास नदी का रौद्र रूप और बढ़ता जलस्तर
मंगलवार को लार्गी बांध से करीब 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसके बाद ब्यास नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ गया। इसका सीधा असर किनारे पर बसे इलाकों पर पड़ा और कई इमारतें बाढ़ की चपेट में आ गईं। मंडी में ड्रोन से ली गईं ब्यास नदी की तस्वीरों ने स्थिति की भयावहता को और स्पष्ट कर दिया है।
जान-माल का भारी नुकसान
हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसूनी बारिश ने जान-माल दोनों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के मुताबिक, 20 जून से अब तक 310 लोगों की मौत हो चुकी है। जिलेवार आंकड़ों के अनुसार- मंडी में 29 मौतें, कांगड़ा में 30 मौतें, चंबा में 14 मौतें, किन्नौर में 14 मौतें और कुल्लू में 13 मौतें हुई हैं। इसके अलावा, डूबने की घटनाओं में 33 लोगों की जान गई है, जबकि भूस्खलन और बाढ़ ने 19 अन्य लोगों की जिंदगी छीन ली। वहीं 2.45 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान भी हुआ है। लगातार हो रही बारिश और बाढ़ ने राज्य की बुनियादी संरचना को भी गहरा नुकसान पहुंचाया है। लोक निर्माण विभाग (PWD) ने सड़कों को 1.31 लाख करोड़ रुपये का नुकसान बताया। जल शक्ति विभाग (JSV) के अनुसार सिंचाई और जलापूर्ति संरचना को 87,226 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। वहीं बिजली इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी 13,946 करोड़ रुपये की क्षति पहुंची। कुल मिलाकर, सार्वजनिक संपत्ति को 2.45 लाख करोड़ रुपये से अधिक का अनुमानित नुकसान हुआ है।