नेपाल में हिंसा, अशांति के बीच भारत ने बजाई सतर्कता की घंटी,
नेपाल में रह रहे भारतीयों के लिये खतरे पर हेल्पलाइन नंबर जारी
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
नेपाल एक बार फिर उथल-पुथल के भंवर में फंस चुका है। सोशल मीडिया बैन के खिलाफ शुरू हुआ युवा आंदोलन अब हिंसा, आगज़नी और सत्ता पलट के तांडव में बदल चुका है। हालात इतने बेकाबू हो चुके हैं कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की कुर्सी गई, संसद जल गई, राष्ट्रपति भवन पर हमला हुआ और काठमांडू की सड़कों पर अराजकता का शासन है। नेपाल की राजधानी में हालात इस कदर विस्फोटक हैं कि वहां मौजूद भारतीयों की सुरक्षा को लेकर नई दिल्ली में भी खतरे की घंटी बज चुकी है। इसी के चलते भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने "एडवाइजरी फॉर नेपाल" जारी कर दी है और भारतीय नागरिकों से स्पष्ट कहा गया है कि "फिलहाल नेपाल की यात्रा से बचें"
भारतीयों के लिए विदेश मंत्रालय की चेतावनी
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में साफ कहा गया है कि मौजूदा हालात बेहद अस्थिर और खतरनाक हैं, इसलिए जो भारतीय नागरिक नेपाल में हैं, वे जहां हैं वहीं सुरक्षित स्थान पर रहें। काठमांडू और अन्य हिंसाग्रस्त इलाकों में अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें, भीड़ से दूर रहें और स्थानीय अधिकारियों की सुरक्षा सलाह का पालन करें। मंत्रालय ने यह भी निर्देश दिए हैं कि बिना किसी ठोस कारण के नेपाल की यात्रा टाल दें, क्योंकि हालात कब और कैसे बदलेंगे, इसका कोई अंदाज़ा नहीं है।
मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने भी सुरक्षा को लेकर विशेष प्रोटोकॉल जारी किया है। किसी भी आपात स्थिति में भारतीय नागरिक इन हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।+977 – 980 860 2881 (व्हाट्सएप कॉल भी संभव) +977 – 981 032 6134 (व्हाट्सएप कॉल भी संभव) इसके साथ ही दूतावास ने भारतीयों को सलाह दी है कि वे न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि भारतीय दूतावास की ओर से समय-समय पर जारी किए जाने वाले सुरक्षा अपडेट्स पर भी नज़र रखें।
नेपाल में हालात बेकाबू, सत्ता पलट
नेपाल में हिंसा की आग उस समय भड़क उठी जब वहां की सरकार ने जेन-जेड युवाओं के सोशल मीडिया इस्तेमाल पर रोक लगा दी। इसे लेकर शुरू हुए विरोध प्रदर्शन ने देखते-देखते पूरे देश को अपनी गिरफ्त में ले लिया। हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे की मांग तेज कर दी। भारी दबाव में ओली ने पद छोड़ दिया और सरकार गिर गई। लेकिन प्रदर्शन यहीं नहीं रुके। राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री निवास और कई सरकारी इमारतों पर प्रदर्शनकारियों ने धावा बोल दिया। गुस्साई भीड़ ने संसद भवन को आग के हवाले कर दिया। कई पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिजनों पर भी हमला किया गया। हालात इस कदर भयावह हो गए कि काठमांडू स्थित त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया और सुरक्षा की कमान सेना के हाथों में सौंप दी गई।
भारत की चिंता बढ़ी, उड़ानें रद्द
नेपाल में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए एयर इंडिया और इंडिगो जैसी एयरलाइंस ने दिल्ली-काठमांडू के लिए कई उड़ानों को रद्द कर दिया है। भारतीय पर्यटकों को नेपाल जाने से रोका जा रहा है और जो वहां फंसे हैं, उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए विशेष तैयारी की जा रही है।