अपने ही बेटे की हत्या कर दो सालों से भारत में छिपी हुई थे अमेरिका की मोस्ट वांटेड…
भारतीय एजेंसियों नें दबोचा…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
अमेरिका की 10 मोस्ट वॉन्टेड भगोड़ों की सूची में शामिल सिंडी रोड्रिग्ज सिंह को भारतीय एजेंसियों ने एफबीआई और इंटरपोल की मदद से भारत से गिरफ्तार कर लिया है। सिंडी पर अपने 6 साल के बेटे नोएल अलवरेज की हत्या का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद उसे मुकदमे का सामना करने के लिए अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया है।
2,50,000 डॉलर का था इनाम
फॉक्स न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सिंडी रोड्रिग्ज सिंह के खिलाफ दो अलग-अलग वारंट जारी किए गए थे। पहला वारंट संघीय स्तर पर गैरकानूनी तरीके से भागने के आरोप में था, जबकि दूसरा वारंट टेक्सास राज्य की एक अदालत ने 10 साल से कम उम्र के बच्चे की हत्या के मामले में जारी किया था। इसके अलावा, एफबीआई ने सिंडी की गिरफ्तारी पर 2,50,000 डॉलर का इनाम भी घोषित कर रखा था।
बेटे के लापता होने से हत्या तक की पूरी कहानी
एफबीआई के मुताबिक, सिंडी रोड्रिग्ज का बेटा नोएल अलवरेज साल 2022 से लापता था। हालांकि मार्च 2023 तक भी उसकी मिसिंग कंप्लेंट दर्ज नहीं करवाई गई थी। एफबीआई ने जब नोएल के बारे में सिंडी से पूछताछ की, तो उसने झूठ बोला कि उसका बेटा अपने जैविक पिता के साथ मेक्सिको में है। पूछताछ के दो दिन बाद ही, सिंडी अपने पति अर्शदीप सिंह और छह बच्चों के साथ भारत रवाना हो गई, लेकिन उसके बाद वह कभी अमेरिका वापस नहीं लौटी। सिंडी के साथ आए छह बच्चों में नोएल शामिल नहीं था। बाद में जांच के दौरान खुलासा हुआ कि नोएल की मौत हो चुकी है।
एफबीआई का बयान और भारतीय एजेंसियों की भूमिका
एफबीआई डायरेक्टर काश पटेल ने गुरुवार (21 अगस्त 2025) को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, "सिंडी रोड्रिग्ज सिंह ने अपने बेटे की लोकेशन को लेकर झूठ बोला और उसके दो दिन बाद भारत के लिए रवाना हो गई। हमें विश्वास है कि तब से वह अमेरिका कभी वापस नहीं लौटी।" वहीं सिंडी के भारत आने के बाद, टेक्सास की एक जिला अदालत ने उस पर बेटे की हत्या का आरोप तय किया और नवंबर 2023 में उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया। इसके बाद एफबीआई ने भारतीय एजेंसियों और इंटरपोल के साथ मिलकर उसे भारत में ट्रैक किया और गिरफ्तार कर लिया। एफबीआई अधिकारियों के अनुसार, नोएल की स्वास्थ्य स्थिति काफी खराब थी। उसे गंभीर विकासात्मक विकार, फुफ्फुसीय एडिमा (फेफड़ों में पानी भरना) और एस्ट्रोपिया जैसी समस्याएं थीं।