पुलिस हिरासत से फरार हुए AAP विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा,
फायरिंग में एक पुलिसकर्मी घायल
7 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
पंजाब की राजनीति में उस समय हलचल मच गई जब आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा पुलिस की हिरासत से फरार हो गए। जानकारी के मुताबिक, विधायक को एक महिला की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया था, जिसमें उस पर 25 अगस्त को वीडियो लीक करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया था। महिला की शिकायत पर पुलिस ने एक्शन लेते हुए पठानमाजरा को गिरफ्तार किया था। लेकिन गिरफ्तारी की भनक लगते ही विधायक पंजाब से हरियाणा भाग गए और वहीं छुपकर बैठे थे।
हरियाणा में पुलिस पर फायरिंग, पुलिसकर्मी घायल
पुलिस ने हरियाणा में दबिश देकर विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा को गिरफ्तार किया और उन्हें लोकल थाने ले जाया जा रहा था। इसी दौरान, रास्ते में पठानमाजरा और उनके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। वहीं इस हमले में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। इतना ही नहीं, आरोप है कि विधायक और उनके साथियों ने पुलिसकर्मी के ऊपर गाड़ी भी चढ़ाई और मौके से फरार हो गए।
स्कॉर्पियो में फरार विधायक, पुलिस की नाकाबंदी
जानकारी के अनुसार, फरारी के दौरान हरमीत पठानमाजरा दो गाड़ियों में सवार थे, एक स्कॉर्पियो और एक फॉर्च्यूनर। पुलिस ने फॉर्च्यूनर को पकड़ लिया है, लेकिन स्कॉर्पियो में फरार विधायक का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस की कई टीमें लगातार विधायक की तलाश में जुटी हैं और पूरे इलाके में नाकाबंदी कर दी गई है।
पठानमाजरा ने अपनी ही सरकार पर उठाए थे सवाल
गौरतलब है कि केस दर्ज होने के बाद हरमीत सिंह पठानमाजरा ने एक बयान जारी कर कहा था, “वे मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर सकते हैं, मैं जेल में रह सकता हूं, लेकिन मेरी आवाज को दबाया नहीं जा सकता।” रविवार को विधायक ने एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उनके अनुरोध के बावजूद नदियों, खासकर तंगरी नदी की सफाई और गाद निकालने जैसे कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर सरकार ने लोगों की बात नहीं सुनी तो “वे हमें पीटेंगे”। पठानमाजरा ने यह भी आरोप लगाया था कि पार्टी प्रशासन को दुरुस्त करने के बजाय पंजाब के विधायकों को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया था कि इस मुद्दे को कई बार पंजाब विधानसभा में उठाया, ज्ञापन दिए और प्रमुख सचिव (जल संसाधन) कृष्ण कुमार से भी कई बार व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की, लेकिन “एक भी सार्थक कदम नहीं उठाया गया”।