एक महिला के 15 पति, सबको भेजा इंग्लैण्ड..!
बीजा से खुला राज, जानें क्या है पूरा मामला…
4 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
पंजाब से इमीग्रेशन फर्जीवाड़े का ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया है। राजपुरा के रहने वाले एक शख्स को तब गहरा झटका लगा जब वह इंग्लैंड जाने के लिए वीजा बनवाने गया और पता चला कि उसकी पत्नी के नाम पर 15 अलग-अलग पतियों को दिखाकर पहले ही इंग्लैंड भेजा जा चुका है। पुलिस भी इस मामले की परतें खोलते हुए सन्न रह गई, क्योंकि महिला खुद इस पूरे खेल से पूरी तरह अनजान थी।
इंग्लैंड जाने के सपने में टूटा विश्वास
मिली जानकारी के मुताबिक, आलमपुर निवासी भिंदर सिंह की पत्नी इंग्लैंड में रहती है। भिंदर अपने बेटे के साथ इंग्लैंड जाने के लिए वीजा बनवाने इमीग्रेशन कंपनी के पास गया था। उसकी पत्नी ने इसके लिए स्पॉन्सरशिप भी भेजी थी। भिंदर सिंह ने प्रशांत और उसकी पत्नी रूबी की इमीग्रेशन कंपनी में अपनी फाइल लगाई और करीब 5 लाख 90 हजार रुपये जमा कराए। कुछ समय बाद इमीग्रेशन कंपनी ने भिंदर को झटका देते हुए बताया कि उसका इंग्लैंड का वीजा संभव नहीं है। भिंदर सिंह को यह समझ नहीं आ रहा था कि आखिर दिक्कत कहां है, लेकिन जल्द ही सच्चाई सामने आई और उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।
पत्नी की गिरफ्तारी से खुला राज
भिंदर सिंह की हैरानी तब और बढ़ गई जब उसे खबर मिली कि इंग्लैंड में उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वजह जानकर वह सकते में आ गया। दरअसल, प्रशांत और रूबी ने भिंदर सिंह की पत्नी के डॉक्यूमेंट्स का गलत इस्तेमाल करते हुए 15 अलग-अलग युवकों को उसकी पत्नी का पति बनाकर इंग्लैंड भेज दिया था। भिंदर की पत्नी को इस पूरे फर्जीवाड़े की कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन जब उसके नाम पर धोखाधड़ी हुई, तो इंग्लैंड की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
इमीग्रेशन कंपनी संचालक दंपति पर केस दर्ज
इस मामले में पुलिस ने इमीग्रेशन कंपनी चलाने वाले दंपति प्रशांत और रूबी की पहचान की है। आरोपियों पर दस्तावेजों की जालसाजी और फर्जीवाड़े का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ कई धाराओं के तहत केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। फिलहाल भिंदर सिंह ने राजपुरा पुलिस को लिखित शिकायत दी है और आरोपियों से हर्जाना व सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस की जांच जारी
राजपुरा पुलिस इस पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों ने किस-किस युवक को इंग्लैंड भेजा, इस बारे में विस्तृत जांच की जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इस नेटवर्क में अन्य लोग भी शामिल हैं।