PM मोदी की सुरक्षा में बाधा बन रहा एक पेड़..!
जल्द की जाएगी प्रत्यारोपण की कार्रवाई
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
नये संसद भवन के छह द्वारों में से एक, गज द्वार के पास खड़ा एकमात्र पेड़ जल्द ही अपनी जगह बदलने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर इसी गज द्वार का इस्तेमाल करते हैं और विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) ने इस पेड़ को सुरक्षा बाधा के रूप में चिह्नित किया है। इसके बाद इसे उखाड़कर संसद परिसर के भीतर ही अन्य स्थान पर प्रत्यारोपित करने की तैयारी चल रही है।
कड़ी शर्तों के साथ मंजूरी
इस फैसले में एसपीजी, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) और दिल्ली वन विभाग की संयुक्त भूमिका है। एसपीजी प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदार है, सीपीडब्ल्यूडी इस पेड़ के प्रत्यारोपण की प्रक्रिया को अंजाम देगा और दिल्ली वन विभाग ने इस पर अपनी मंजूरी ‘कड़ी शर्तों’ के साथ देने का निर्णय लिया है।
‘सिल्वर ट्रम्पेट’ के नाम से मशहूर है यह पेड़
आधिकारिक दस्तावेज़ों के मुताबिक, यह पेड़ तबेबुइया अर्जेन्टिया प्रजाति का है, जिसे आमतौर पर ‘सिल्वर ट्रम्पेट’ कहा जाता है। अपने चमकीले पीले फूलों की वजह से यह पेड़ विशेष पहचान रखता है। एसपीजी ने इसे वीवीआईपी मार्ग में संभावित अवरोध मानते हुए सुरक्षा के लिहाज से चिन्हित किया था। करीब सात साल पुराना यह पेड़ तेजी से बढ़ता है और इसे कम देखभाल की आवश्यकता होती है। यह आमतौर पर पूर्ण सूर्यप्रकाश और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में पनपता है, इसलिए इसे बगीचों, सड़कों के किनारे और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर अक्सर लगाया जाता है।
प्रेरणा स्थल बनेगा पेड़ का नया घर
सीपीडब्ल्यूडी और दिल्ली वन विभाग की संयुक्त योजना के अनुसार, इस ‘सिल्वर ट्रम्पेट’ पेड़ को संसद परिसर के आईजी4 प्रेरणा स्थल पर लगाया जाएगा। यह स्थल वह जगह है जहां राष्ट्रीय प्रतीकों और स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। दस्तावेज़ों के अनुसार, 21 जुलाई को संबंधित क्षेत्रीय कर्मचारियों ने प्रेरणा स्थल का निरीक्षण किया था और इसे पेड़ के प्रत्यारोपण के लिए उपयुक्त और पर्याप्त माना गया। मानसून सत्र के अभी हाल ही में समाप्त होने के कारण, पेड़ को अगले सप्ताह के भीतर ही स्थानांतरित किए जाने की संभावना है।
अतिरिक्त वृक्षारोपण की भी तैयारी
दिल्ली वन विभाग ने सीपीडब्ल्यूडी से प्रत्यारोपण की अनुमति ‘कड़ी शर्तों’ के साथ दी है। इसके तहत सीपीडब्ल्यूडी को प्रेरणा स्थल पर नीम, अमलतास, पीपल, बरगद, शीशम और अर्जुन जैसी देशी प्रजातियों के 10 नए पौधों का प्रतिपूरक वृक्षारोपण भी करना होगा। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद ‘सिल्वर ट्रम्पेट’ पेड़ संसद परिसर में नए स्थान पर अपनी खूबसूरती बिखेरता नजर आएगा, जबकि गज द्वार की सुरक्षा व्यवस्था भी और मजबूत हो जाएगी।