दिल्ली यूनिवर्सिटी ने ST छात्रों के लिए शुरू की 'जय हिंद योजना',
15 दिन की फ्री स्किल ट्रेनिंग मिलेगी
1 months ago
Written By: ANJALI
अगर आप दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ते है तो आपके लिए एक सुनहरा मौका है। दरअसल DU ने एक सराहनीय कदम उठाते हुए ‘जय हिंद योजना’ की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य अनुसूचित जनजाति (ST) समुदाय के छात्रों को कौशल विकास, शिक्षा और रोजगार से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के पहले चरण में मणिपुर के उखरुल जिले के टंगखुल नागा समुदाय के 24 छात्रों को चुना गया है। ये छात्र 17 जून से शुरू हुए 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं।
क्या है जय हिंद योजना? (Jai Hind Yojana Full Form & Purpose)
जय हिंद योजना का पूरा नाम है –“Janajati Immersive Holistic Intervention for Novel Development”। इसका उद्देश्य कक्षा 9वीं से 12वीं तक के ST छात्रों को शिक्षा, स्किल ट्रेनिंग और करियर के अवसरों से जोड़ना है।
क्या है इस योजना का मुख्य उद्देश्य:
उच्च शिक्षा में भागीदारी बढ़ाना
रोजगार और स्वरोजगार के लिए स्किल्स देना
आदिवासी छात्रों को आत्मनिर्भर बनाना
विकसित भारत 2047 की दिशा में योगदान देना
प्रशिक्षण कार्यक्रम का समय और विशेषताएं
तारीखें: 17 जून से 30 जून, कुल 15 दिन
लोकेशन:दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर
उद्घाटन में शामिल: शिक्षा सचिव विनीत जोशी
संपूर्ण खर्च: विश्वविद्यालय द्वारा वहन किया जाएगा
किस तरह चुने गए छात्र? (Student Selection Process)
छात्रों का चयन एक पारदर्शी परीक्षा प्रणाली के माध्यम से हुआ:
50% वेटेज:विशेष परीक्षा (मणिपुर शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित)
50% वेटेज: मुख्य परीक्षा के अंक
कुल 25 छात्र चुने गए, लेकिन एक छात्रा की तबीयत खराब होने के कारण अंतिम संख्या 24 रही।
क्या सिखाया जा रहा है प्रशिक्षण में? (Training Highlights)
यह प्रोग्राम छात्रों को न केवल अकादमिक बल्कि व्यावहारिक और रोज़गारोन्मुख स्किल्स भी सिखा रहा है:
बेकिंग और केक बनाना
मणिपुर की क्रिश्चियन आबादी को देखते हुए केक और बेकिंग तकनीक की ट्रेनिंग दी जा रही है।
जैम और जेली मेकिंग
घरेलू स्तर पर स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए जैम-जेली बनाना सिखाया जा रहा है।
मछली पालन (Fish Farming)
छोटे क्षेत्रों व पहाड़ी इलाकों के लिए उपयुक्त मछली पालन के तरीके सिखाए जा रहे हैं।
मोती उत्पादन (Pearl Farming)
कम संसाधनों में मोती उत्पादन और उनके प्रकारों की जानकारी दी जा रही है।
लेमनग्रास से परफ्यूम बनाना
स्थानीय पौधों से तेल और परफ्यूम निकालने की प्रायोगिक तकनीक सिखाई जा रही है।
डाक्यूमेंट्री फिल्म निर्माण
पूरे कार्यक्रम पर डाक्यूमेंट्री बनाई जाएगी और छात्रों को फिल्म बनाने की बारीकियां भी बताई जाएंगी।
MSME मंत्रालय का सहयोग
कार्यक्रम के समापन पर MSME मंत्रालय के संयुक्त सचिव छात्रों से मुलाकात करेंगे। वे उन्हें माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइज योजनाओं (MSME Schemes) की जानकारी देंगे ताकि छात्र भविष्य में उद्यमी (Entrepreneur) बनने की दिशा में आगे बढ़ सकें।
भविष्य की योजना: पूरे भारत तक विस्तार
यह पहल केवल मणिपुर तक सीमित नहीं रहेगी। नीति आयोग के चयनित जिलों से भविष्य में और भी ST छात्रों को इस योजना में शामिल किया जाएगा। दिल्ली विश्वविद्यालय की जय हिंद योजना न केवल एक स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम है, बल्कि यह एक दृष्टिकोण है – भारत के आदिवासी युवाओं को शिक्षित, प्रशिक्षित और प्रेरित करने का। इससे न केवल ST छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि देश की विकास यात्रा में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित होगी।