एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ATC कौन बन सकता है और कैसे?
जानिए करियर, योग्यता और सैलरी से जुड़ी पूरी जानकारी
1 months ago
Written By: ANJALI
हाल ही में अहमदाबाद विमान हादसे के दौरान आई "मेडे कॉल" चर्चा का विषय बनी। पायलट जब विमान संकट में होता है, तो वह एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) को यह कॉल करता है। ATC का काम पायलट को ज़रूरी निर्देश देकर विमान और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना होता है। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर विमानों की उड़ान, लैंडिंग और टेक-ऑफ को नियंत्रित करते हैं।
वे तीन प्रमुख भूमिकाओं में काम करते हैं:
एरिया कंट्रोलर – ऊंचाई पर उड़ते विमानों को मार्गदर्शन देते हैं।
एप्रोच कंट्रोलर – एयरपोर्ट के आसपास विमानों की निगरानी करते हैं।
एयरोड्रोम कंट्रोलर – रनवे और टैक्सी-वे पर विमानों को नियंत्रित करते हैं।
योग्यता
योग्यता की बात करें तो ATC बनने के लिए बी.ई./बी.टेक या B.Sc (गणित और भौतिकी) की डिग्री जरूरी है। उम्र सीमा 21-27 वर्ष है (आरक्षण के अनुसार छूट)। अभ्यर्थी को अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान, कंप्यूटर स्किल्स और मानसिक रूप से फिट होना चाहिए।
चयन प्रक्रिया में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) की परीक्षा शामिल है। सफल अभ्यर्थियों को इलाहाबाद स्थित CATC संस्थान में 1 साल की ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें एयरोड्राम कंट्रोल, एरिया कंट्रोल और सर्विलांस कंट्रोल कोर्स कराए जाते हैं।
एक ATC की शुरुआती सैलरी लगभग ₹79,700 मासिक होती है, जो अनुभव के साथ ₹19 लाख वार्षिक तक पहुंच सकती है। इसके साथ PF, मेडिकल, और हवाई यात्रा जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं। यह करियर उन युवाओं के लिए बेहतरीन है जो उच्च दबाव में सटीक निर्णय लेने में सक्षम हैं।