‘रामायण’ में ‘हनुमान’ बन रहे Sunny पाजी की इस एक्टर से हो रही तुलना,
सालों पहले किया था ये काम
12 days ago
Written By: ANJALI
रणबीर कपूर और नीतेश तिवारी की महत्वाकांक्षी फिल्म रामायण की चर्चा जोरों पर है। 1600 करोड़ के बजट वाली इस फिल्म में सनी देओल हनुमान की भूमिका निभा रहे हैं, जिसे लेकर फैंस काफी उत्साहित हैं। लेकिन जब भी रामायण और हनुमान की बात होती है, तो सबसे पहले याद आता है रामानंद सागर के धारावाहिक और दारा सिंह का किरदार।
1987 में प्रसारित हुए इस शो में दारा सिंह ने हनुमान का किरदार निभाकर इतिहास रच दिया। 62 साल की उम्र में उन्होंने जिस तरह से इस भूमिका को जिया, वह आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस रोल को पर्दे पर जीवंत करने के लिए उन्होंने किन-किन कुर्बानियों को दिया था?
1. नॉन-वेज छोड़कर बन गए सात्विक
दारा सिंह एक पहलवान थे और उनकी डाइट में रोजाना आधा किलो मटन, 8-10 रोटियां, 2 लीटर दूध और 100 बादाम शामिल थे। लेकिन जब उन्हें हनुमान की भूमिका मिली, तो उन्होंने नॉन-वेज खाना पूरी तरह से छोड़ दिया। उनका मानना था कि हनुमान जी का किरदार निभाने के लिए शुद्ध और सात्विक जीवन जीना जरूरी है।
2. 12-13 घंटे तक भूखे रहना पड़ता था
उस जमाने में VFX और स्पेशल इफेक्ट्स की सुविधाएं नहीं थीं। हनुमान का लुक बनाने के लिए दारा सिंह के चेहरे पर भारी मोल्ड और प्रोस्थेटिक्स लगाए जाते थे, जिन्हें बार-बार हटाना संभव नहीं था। मेकअप लगाने में 3-4 घंटे लगते थे और शूटिंग 8-9 घंटे चलती थी। इस दौरान वह कुछ भी नहीं खा-पी सकते थे, क्योंकि मेकअप खराब होने का डर रहता था।
3. असली जिंदगी में भी बन गए हनुमान
दारा सिंह ने सिर्फ पर्दे पर ही नहीं, बल्कि असल जिंदगी में भी खुद को हनुमान जी की तरह ढाल लिया था। वह रोज सुबह एक घंटे तक हनुमान जी की तरह चेहरे के भाव और बॉडी लैंग्वेज की प्रैक्टिस करते थे। शूटिंग खत्म होने के बाद भी वह घर जाकर तुरंत मेकअप नहीं हटाते थे, बल्कि कुछ देर तक उसी रूप में रहते थे।
4. बिना VFX के उठा लिया भारी चट्टान!
शूटिंग के दौरान एक दिलचस्प वाकया हुआ था। एक सीन में हनुमान जी को भारी चट्टान उठानी थी। बिना किसी स्टंट डबल या VFX के दारा सिंह ने वह चट्टान असलियत में उठा ली, जिसे देखकर पूरी यूनिट हैरान रह गई। कहा जाता है कि उस वक्त लोगों को लगा कि भगवान हनुमान की कृपा उन पर बरस रही है।
सनी देओल के लिए क्या होगा चुनौतीपूर्ण?
आज के दौर में VFX और टेक्नोलॉजी की मदद से किसी भी किरदार को जीवंत करना आसान हो गया है। सनी देओल को शायद इतनी कुर्बानियां न देनी पड़ें, लेकिन दारा सिंह जैसी भावनात्मक गहराई और शारीरिक प्रतिबद्धता दिखाना आज भी आसान नहीं है। फिल्म रामायण में सनी देओल कितना कमाल करते हैं, यह तो वक्त बताएगा, लेकिन दारा सिंह का हनुमान आज भी लाखों दिलों में बसा हुआ है।