धुरंधर में अर्जुन रामपाल का रोल किस पर आधारित…
हिला देगी असली आतंकी इलियास कश्मीरी की कहानी
6 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Arjun Rampal: बॉलीवुड फिल्म धुरंधर इन दिनों लगातार सुर्खियों में है। फिल्म में अर्जुन रामपाल का किरदार चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि माना जा रहा है कि यह किरदार कुख्यात आतंकी मोहम्मद इलियास कश्मीरी से प्रभावित है। इस दावे के बाद लोग बड़ी संख्या में इस आतंकी के बारे में सर्च कर रहे हैं। इलियास कश्मीरी वही जिहादी कमांडर था, जिसे अमेरिका ने 6 अगस्त 2010 को स्पेशली डेज़िग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया था। उसका आतंक कश्मीर से लेकर अफगानिस्तान और अमेरिका तक फैला था। फिल्म के कारण फिर से उसकी आतंक भरी कहानी चर्चाओं में है। आइए जानते हैं उसकी जिंदगी, उसके अपराधों और उसके अंत के बारे में विस्तार से।
कौन था इलियास कश्मीरी और क्यों आया चर्चा में अर्जुन रामपाल के फिल्मी किरदार को आतंकी इलियास कश्मीरी से जोड़ा जा रहा है। कश्मीरी अल-कायदा का बड़ा ऑपरेशनल कमांडर था और पाकिस्तान की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में चौथे नंबर पर शामिल था। वह 26/11 हमलों से लेकर कई वैश्विक साजिशों का हिस्सा रहा।
कम्युनिकेशन का छात्र बना खूंखार आतंकी इलियास कश्मीरी का जन्म 1964 में आजाद कश्मीर के भिंबर में हुआ। उसने इस्लामाबाद की आलमा इकबाल ओपन यूनिवर्सिटी में कम्युनिकेशन की पढ़ाई शुरू की, लेकिन 1980 के दशक में अफगानिस्तान में सोवियत संघ के खिलाफ जिहाद में कूद पड़ा। इसी लड़ाई में उसने एक आंख और एक उंगली खो दी। इसके बाद वह धीरे-धीरे आतंक की दुनिया में गहराई से शामिल हो गया।
HuJI से अल-कायदा तक का सफर अफगानिस्तान युद्ध के बाद वह हरकत-उल-जिहाद-अल-इस्लामी (HuJI) में शामिल हुआ और ब्रिगेड 313 का कमांडर बना। उसने कोटली में ट्रेनिंग कैंप चलाया और कश्मीर में आतंक फैलाया। 1994 में चार विदेशी पर्यटकों का अपहरण और 2000 में भारतीय सैनिक का सिर काटने जैसी वारदातों से वह चर्चा में आया।
पाकिस्तान से टूटे रिश्ते और कुख्यात हमले
9/11 के बाद पाकिस्तान पर दबाव बढ़ा तो कश्मीरी पर भी कार्रवाई हुई, लेकिन वह बचता रहा। 2007 की लाल मस्जिद घटना के बाद उसने पाकिस्तान के खिलाफ कई हमले किए जिनमें ISI लाहौर ऑफिस पर धमाका, जनरल आमिर फैसल अलवी की हत्या और रावलपिंडी आर्मी हेडक्वार्टर पर हमला शामिल हैं।
अल-कायदा का साजिशकर्ता: हेडली से लेकर CIA कैंप तक
इलियास कश्मीरी ने डेविड हेडली के साथ मिलकर डेनमार्क में कार्टून विवाद पर हमला करने की योजना बनाई। उस पर CIA कैंप चैपमैन हमले (2009) और पुणे धमाके (2010) जैसी घटनाओं में शामिल होने का भी शक है।
ड्रोन हमले में हुआ अंत अमेरिकी एजेंसियों की हिट लिस्ट में शामिल कश्मीरी को 3 जून 2011 को पाकिस्तान के फाटा इलाके में अमेरिकी CIA के ड्रोन हमले में मार गिराया गया। हालांकि उसकी साजिशें और हिंसक तरीक़े आज भी कई आतंकी संगठनों में प्रेरणा के रूप में देखे जाते हैं।