क्या है 'उदयपुर फाइल्स' का विवाद?
सुप्रीम कोर्ट में चली दलील, क्या मिलेगी हरी झंडी?
12 days ago
Written By: ANJALI
हिंदी सिनेमा में विवादित विषयों पर बनी फिल्मों का कानूनी पचड़े में फंसना कोई नई बात नहीं है। इसी कड़ी में अभिनेता विजय राज की आगामी फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' भी रिलीज को लेकर कोर्ट-कचहरी के चक्कर में फंस गई है। दिल्ली हाई कोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद निर्माताओं ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
सुप्रीम कोर्ट में चली दलील, क्या मिलेगी हरी झंडी?
फिल्म के निर्माता गौरव भाटिया ने दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उनका कहना है कि यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है, जिसमें उदयपुर के दर्जी कन्हैया लाल की निर्मम हत्या को दिखाया गया है। भाटिया ने अदालत में तर्क दिया कि यह मामला मौलिक अधिकारों के हनन से जुड़ा है और ऐसी घटनाओं पर चुप्पी नहीं साधी जानी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करने पर सहमति जताई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या फिल्म को रिलीज की अनुमति मिल पाती है या नहीं। गौरतलब है कि दिल्ली हाई कोर्ट ने फिल्म की रिलीज से मात्र 12 घंटे पहले रोक लगा दी थी, जबकि इसे 11 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होना था।
क्या है 'उदयपुर फाइल्स' का विवाद?
यह फिल्म 2022 में उदयपुर में हुए एक सामूहिक हत्याकांड पर आधारित है, जिसमें दो आरोपियों ने दर्जी कन्हैया लाल का सिर काटकर हत्या कर दी थी। इस मामले ने देशभर में सदमा पहुंचाया था और साम्प्रदायिक तनाव को लेकर बहस छिड़ गई थी। फिल्म के निर्माता अमित जानी और निर्देशक ने इस घटना को सिनेमाई रूप देने का फैसला किया, लेकिन अब यह फिल्म विवादों और कानूनी अड़चनों में फंस गई है।
क्या ऐसा पहली बार हुआ है?
नहीं, हिंदी सिनेमा में पहले भी कई फिल्में विवादों में घिरकर रिलीज रोक या सेंसरशिप का शिकार हुई हैं। कुछ मशहूर उदाहरणों में 'पद्मावत', 'तन्हाजी', 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' और 'उड़ता पंजाब' शामिल हैं। कई बार ये फिल्में थिएटर में बैन होने के बाद OTT प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज हुईं और खूब देखी गईं। अब देखना यह है कि क्या 'उदयपुर फाइल्स' को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलती है या यह फिल्म भी लंबी कानूनी लड़ाई का हिस्सा बन जाती है। फिल्म प्रेमियों और सोशल मीडिया पर इस मामले पर गर्मागर्म बहस जारी है।