प्यार तो चाहिए, लेकिन शादी नहीं, युवाओं को कमिटमेंट से क्या है डर,
जानें वजह
8 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Why Todays Youth Want Love, Not Marriage: करन और अंजली पिछले तीन सालों से साथ हैं। दोनों के बीच प्यार, समझदारी और साथ निभाने की पूरी कोशिश है। लेकिन जब बात शादी की आती है तो करन चुप हो जाता है। वह साफ कहता है कि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं, लेकिन शादी के लिए तैयार नहीं हूं। ये कहानी सिर्फ करन की नहीं है। आज की पीढ़ी में ऐसे कई युवा हैं जो प्यार तो करते हैं, लेकिन शादी या कमिटमेंट से दूर भागते हैं। सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्यों है।
बचपन के अनुभव और भावनात्मक दूरी बनाते हैं असर
विशेषज्ञों के अनुसार, जो बच्चे ऐसे घरों में बड़े होते हैं जहां हमेशा लड़ाई, तनाव, मारपीट या तलाक जैसे हालात होते हैं, उनमें रिश्तों को लेकर डर बैठ जाता है। वे चाहकर भी किसी से पूरी तरह जुड़ नहीं पाते। ऐसे लोगों को करीब आने में डर लगता है, क्योंकि उन्हें लगता है कि अंत में दर्द ही मिलेगा। अगर किसी ने अपने माता-पिता को अलग होते देखा हो, या घर में हमेशा रिश्तों की खटास झेली हो, तो वह ये मान लेता है कि शादी कोई हल नहीं, बल्कि एक नई परेशानी है। इसलिए वह गहरे रिश्तों से बचने लगता है। उसे लगता है कि प्यार ठीक है, लेकिन शादी में बंधना खतरे से खाली नहीं।
खुद पर भरोसे की कमी
कुछ लोग खुद को इतना सक्षम नहीं मानते कि वे किसी रिश्ते को सही ढंग से निभा सकें। उन्हें लगता है कि वे अपने पार्टनर की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाएंगे। आत्म-संदेह उन्हें पीछे खींचता है और वो बिना नाम वाले रिश्ते में ही सुरक्षित महसूस करते हैं। इस डर को कमिटमेंट फोबिया कहा जाता है। इसके लक्षण हैं कि गंभीर बातों से कतराना, भविष्य की प्लानिंग न करना, बार-बार दूरी बनाना, या रिश्ते को किसी नाम में बांधने से बचना। ऐसे लोग अक्सर यही सोचते हैं कि अगर उन्होंने शादी की, तो उनकी आज़ादी छिन जाएगी।
पर्सनल ग्रोथ को पहली प्राथमिकता
आज की पीढ़ी अपने करियर, पर्सनल डेवेलपमेंट और मानसिक शांति को रिश्ते से ज़्यादा प्राथमिकता देती है। उन्हें ऐसा रिश्ता चाहिए जो उन्हें आगे बढ़ाए, दबाव नहीं बनाए। जैसे ही उन्हें लगता है कि रिश्ता उन्हें रोक रहा है, वो उससे दूरी बना लेते हैं।