क्या घर की छत पर टॉयलेट बनवाना है वास्तु दोष का कारण?
जानिए क्या कहता है वास्तु शास्त्र
1 months ago
Written By: ANJALI
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का हर कोना ऊर्जा से भरा होता है चाहे वो पूजा घर हो या टॉयलेट। लेकिन टॉयलेट को नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना गया है और इसके निर्माण को लेकर कई विशेष नियम बताए गए हैं। आजकल कुछ लोग सुविधाजनक स्थान के लिए घर की छत पर टॉयलेट बनवाते हैं, लेकिन क्या यह सही है? आइए जानते हैं कि इस पर वास्तु शास्त्र क्या कहता है।
छत पर टॉयलेट बनाना शुभ है या अशुभ
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, घर की छत पर टॉयलेट बनाना अशुभ माना जाता है। छत को घर का सबसे ऊपरी और ऊर्जा से जुड़ा केंद्र माना जाता है, जो सीधे ब्रह्मांडीय शक्तियों से जुड़ा होता है। जब इस स्थान पर टॉयलेट जैसी नकारात्मक ऊर्जा वाली चीज बनाई जाती है, तो यह पूरे घर की ऊर्जा व्यवस्था को असंतुलित कर सकती है।
क्या हो सकते हैं इसके दुष्प्रभाव
धन संबंधी समस्याएं
छत पर टॉयलेट बनवाने से घर में आर्थिक रुकावटें आ सकती हैं। आमदनी पर असर पड़ता है और अनचाहे खर्चों में वृद्धि हो सकती है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
टॉयलेट की नकारात्मक ऊर्जा शरीर और मन पर असर डालती है। इससे स्वास्थ्य समस्याएं, सिरदर्द, थकावट और शारीरिक कष्ट हो सकते हैं।
मानसिक तनाव और घर का अशांत वातावरण
टॉयलेट की गलत स्थिति से तनाव, चिड़चिड़ापन और अशांति बढ़ सकती है। इससे घर के सदस्यों के बीच झगड़े और मतभेद भी हो सकते हैं।
वास्तु दोष और ऊर्जाओं का टकराव
छत पर टॉयलेट होने से घर के बाकी हिस्सों जैसे पूजा घर या किचन से ऊर्जा का टकराव हो सकता है, जिससे समृद्धि और शांति पर असर पड़ता है।
क्या है समाधान
अगर पहले से छत पर टॉयलेट बना है और तोड़ना संभव नहीं है, तो किसी वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लेकर उसके दोष निवारण के उपाय किए जा सकते हैं जैसे कि टॉयलेट के ऊपर ब्रह्मास्त्र यंत्र या वास्तु पिरामिड लगाना, नियमित सफाई और सुगंधित उपाय करना या दिशा अनुसार वास्तु उपाय अपनाना।
घर की छत को ऊर्जाओं का प्रवेशद्वार माना जाता है। वहां टॉयलेट जैसी संरचना बनाना ना सिर्फ वास्तु दोष उत्पन्न करता है, बल्कि यह पूरे घर के वातावरण को नकारात्मक बना सकता है। बेहतर होगा कि छत पर टॉयलेट निर्माण से बचें और अगर ऐसा हो चुका है तो उचित उपाय जरूर करें।