महादेव को भूलकर भी न करें ये चीजें अर्पित,
हो जायेंगे रुष्ठ
13 days ago
Written By: ANJALI
श्रावण मास (Sawan 2025) भगवान शिव की भक्ति के लिए सबसे पवित्र और शुभ माना जाता है। इस वर्ष यह महीना 11 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा है। इस दौरान भक्त विशेष रूप से सोमवार का व्रत रखते हैं, शिवलिंग का अभिषेक करते हैं और भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न वस्तुएं अर्पित करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ चीजें शिवलिंग पर चढ़ाना वर्जित माना गया है? अगर आप अनजाने में ऐसी वस्तुएं अर्पित कर देते हैं, तो पूजा का पूरा फल नहीं मिलता। आइए जानते हैं कि शिवजी को क्या चढ़ाना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए।
शिवलिंग पर क्या नहीं चढ़ाना चाहिए?
शास्त्रों के अनुसार, कुछ वस्तुएं शिव पूजा में वर्जित हैं। इन्हें चढ़ाने से बचना चाहिए:
केतकी के फूल
पुराणों के अनुसार, केतकी के फूल ने भगवान शिव के सामने असत्य बोला था, इसलिए इसे शिवलिंग पर नहीं चढ़ाया जाता।
तुलसी के पत्ते
तुलसी भगवान विष्णु को प्रिय है, इसलिए शिवजी की पूजा में इसका उपयोग नहीं किया जाता।
खंडित या सूखे बेलपत्र
शिवजी को ताजे और तीन पत्तियों वाले बेलपत्र चढ़ाने चाहिए। टूटे या सूखे पत्ते अशुभ माने जाते हैं।
लाल रंग के फूल और चमेली
ये फूल देवी शक्ति को समर्पित हैं। शिवजी को सफेद या हल्के रंग के फूल अधिक प्रिय हैं।
तीव्र सुगंध वाले फूल
केवड़ा, जूही, कदंब, चंपा जैसे तेज खुशबू वाले फूल शिवजी की सात्विक प्रकृति के अनुकूल नहीं हैं।
शंख से जल अर्पण
शंख भगवान विष्णु का प्रतीक है, इसलिए शिवलिंग पर शंख से जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
शिवजी को क्या चढ़ाना शुभ है?
बिल्वपत्र (बेलपत्र) – ताजे और तीन पत्तियों वाले।
धतूरा और आक के फूल – शिवजी को विशेष प्रिय हैं।
दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल – पंचामृत से अभिषेक करें।
भांग और धतूरा – प्रसाद के रूप में अर्पित किया जाता है।
सफेद या हल्के रंग के फूल – जैसे कमल, अकोंड, शमी के पत्ते।