क्या है हरियाली अमावस्या का महत्व?
जाने तिथि और शुभ मुहूर्त
17 days ago
Written By: ANJALI
सावन मास को भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है, और इस मास की अमावस्या तिथि को हरियाली अमावस्या के रूप में मनाया जाता है। साल 2025 में यह पावन तिथि 24 जुलाई को पड़ रही है। यह दिन न केवल शिवभक्तों के लिए विशेष है, बल्कि इस दिन बन रहे अद्भुत योग और शुभ मुहूर्त इस अवसर को और भी पुण्यदायक बना देते हैं।
क्या है हरियाली अमावस्या का महत्व?
हरियाली अमावस्या वर्षा ऋतु के मध्य आती है और इसे प्रकृति के सौंदर्य और हरियाली के स्वागत का पर्व भी माना जाता है। धार्मिक दृष्टि से यह दिन भगवान शिव की आराधना और पितृ तर्पण के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन व्रत रखने, नदी-स्नान करने, दान देने और शिवलिंग का अभिषेक करने से सभी पापों का नाश होता है और सुख-समृद्धि का वास होता है।
हरियाली अमावस्या 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त
अमावस्या तिथि प्रारंभ: 24 जुलाई, रात 02:28 बजे
अमावस्या तिथि समाप्त: 25 जुलाई, रात 12:40 बजे
उदया तिथि अनुसार व्रत/पूजा: 24 जुलाई को ही हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी
शुभ योगों की बहार
इस बार हरियाली अमावस्या पर कई अत्यंत शुभ योग बन रहे हैं:
रवि पुष्य योग: 24 जुलाई को पूरे दिन
सर्वार्थ सिद्धि योग: दिनभर
शिववास योग: दिनभर
हर्षण योग: सुबह 09:51 बजे तक
अमृत सिद्धि योग: दिनभर (समाप्ति: 25 जुलाई, सुबह 05:39 बजे)
पुनर्वसु नक्षत्र: शाम 04:43 बजे तक
पुष्य नक्षत्र: इसके बाद आरंभ
इन सभी योगों में भगवान शिव की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है। माना जाता है कि इन योगों में पूजा करने से जीवन में स्थायी सुख, शांति और उन्नति आती है।
24 जुलाई 2025 का दैनिक पंचांग
सूर्योदय: सुबह 05:38 बजे
सूर्यास्त: शाम 07:17 बजे
चंद्रास्त: शाम 07:16 बजे
ब्रह्म मुहूर्त: 04:15 AM – 04:57 AM
विजय मुहूर्त: 02:44 PM – 03:39 PM
गोधूलि मुहूर्त: 07:17 PM – 07:38 PM
निशिता काल: 12:07 AM – 12:48 AM
पूजा विधि और उपाय
शिवलिंग पर जल, दूध, शहद और बेलपत्र चढ़ाएं
“ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें
जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और छाता दान करें
पीपल और तुलसी की पूजा करें और पेड़-पौधे लगाएं
हरियाली अमावस्या न केवल पर्यावरण प्रेम का प्रतीक है, बल्कि यह आत्मिक शुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का भी दिन है। भगवान शिव की कृपा पाने और जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए यह दिन अत्यंत शुभ माना जाता है। इस विशेष योगयुक्त अमावस्या का लाभ उठाकर करें पुण्य अर्जन और पाएं सुखमय जीवन का आशीर्वाद।