सावन सोमवार व्रत रखने से पहले जानें ये जरूरी नियम,
कैसे करें शिवजी की उपासना
13 days ago
Written By: ANJALI
सावन का महीना भगवान शिव की उपासना का सबसे पवित्र और शुभ समय माना जाता है। यह समय भक्तों के लिए आध्यात्मिक साधना, उपवास और शिव भक्ति में लीन होने का सुनहरा अवसर होता है। विशेष रूप से सावन के सोमवार का अत्यधिक धार्मिक महत्व है। मान्यता है कि इस व्रत को श्रद्धा और नियमों के साथ रखने से शिवजी प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। अगर आप पहली बार सावन सोमवार का व्रत रखने जा रहे हैं, तो इससे जुड़ी कुछ आवश्यक बातें जान लेना जरूरी है, ताकि आप सही विधि और नियमों के अनुसार इस पावन व्रत का संकल्प ले सकें और शिव कृपा प्राप्त कर सकें।
सावन सोमवार व्रत रखने से पहले जानें ये जरूरी नियम
1. व्रत का संकल्प:
सावन सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। फिर भगवान शिव के सामने शांत चित्त से व्रत का संकल्प लें। संकल्प का अर्थ है कि आप पूरे विश्वास और नियमपूर्वक इस व्रत को निभाएंगे।
2. शारीरिक और मानसिक पवित्रता:
पूरे दिन पवित्रता बनाए रखें। नकारात्मक विचारों और क्रोध से दूर रहें। घर और पूजा स्थान की सफाई का विशेष ध्यान रखें।
3. व्रत का भोजन:
यह व्रत आमतौर पर निर्जल या फलाहारी रखा जाता है। यदि स्वास्थ्य कारणों से निर्जल व्रत संभव न हो, तो एक समय फलाहार कर सकते हैं। फलाहार में केवल सेंधा नमक का प्रयोग करें।
4. क्या खाएं:
फल, दूध, दही, साबूदाना, शकरकंद, कुट्टू या सिंघाड़े के आटे से बने पकवान खा सकते हैं।
5. क्या न खाएं:
व्रत के दौरान अनाज, दालें, सामान्य नमक, प्याज, लहसुन, मांसाहार, शराब और अन्य तामसिक पदार्थों से पूरी तरह परहेज करें। व्रत के पारण (समापन) के समय भी अनाज न लें।
पूजा विधि: कैसे करें शिवजी की उपासना
सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें।
भगवान शिव का ध्यान करें और शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
इसके बाद बेलपत्र, भांग, धतूरा, दूध, दही, घी, शहद, शक्कर, गंगाजल और सफेद फूल अर्पित करें।
शिवलिंग पर अक्षत (चावल) और चंदन लगाएं।
दीपक और धूप जलाएं।
'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें।
शिव चालीसा का पाठ करें और सावन सोमवार व्रत कथा पढ़ें या सुनें।
पूजा के अंत में शिव आरती करें।
अंत में भगवान से प्रार्थना करें कि यदि पूजा या व्रत में कोई त्रुटि हुई हो तो उसे क्षमा करें।
शिव की भक्ति से मिलता है विशेष आशीर्वाद
सावन सोमवार व्रत न केवल भक्तों को शिव जी के प्रति समर्पित करता है, बल्कि मानसिक शांति, इच्छाओं की पूर्ति और जीवन की सभी बाधाओं को दूर करने में भी सहायक होता है। खासतौर पर कुंवारी कन्याओं के लिए यह व्रत उत्तम वर की प्राप्ति का मार्ग खोलता है।
इस सावन, श्रद्धा और भक्ति के साथ पहला व्रत करें और भगवान शिव की कृपा से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भरें।