क्या आप भी व्हाट्सएप पर लगाते है ब्लैक डीपी,
हो जाएं सावधान
1 months ago
Written By: ANJALI
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है। हमारी डिजिटल पहचान यानी प्रोफाइल पिक्चर (डीपी) भी अब हमारी सोच, मूड और पर्सनैलिटी की झलक बन गई है। खासकर व्हाट्सएप पर जब लोग ब्लैक डीपी लगाते हैं, तो वह केवल एक रंग नहीं होता — वह उनके मन की स्थिति का इशारा भी हो सकता है। कई लोग इसे सिर्फ ट्रेंड या मूड का हिस्सा मानते हैं, लेकिन वास्तु और ज्योतिष के नजरिए से यह एक गंभीर संकेत भी हो सकता है।
क्या कहता है वास्तु और ज्योतिष?
वास्तु शास्त्र में भले ही सोशल मीडिया का सीधा ज़िक्र नहीं है, लेकिन इसमें यह ज़रूर बताया गया है कि हर वो चीज़ जो आपकी ऊर्जा से जुड़ी हो — चाहे वह घर का रंग हो या पहनावा — वह आपके जीवन पर प्रभाव डालती है। इसी संदर्भ में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स का मानना है कि ब्लैक डीपी लगाना सिर्फ एक सामान्य डिजिटल एक्ट नहीं बल्कि मानसिक, आध्यात्मिक और ऊर्जात्मक रूप से हानिकारक हो सकता है।
शनि ग्रह और काले रंग का संबंध
ज्योतिष में काले रंग को शनि ग्रह से जोड़ा जाता है। शनि अनुशासन, न्याय और कर्म का प्रतिनिधित्व करता है, लेकिन साथ ही यह दुख, विलंब, निराशा और चुनौतियों का भी प्रतीक है। जब कोई व्यक्ति अपनी डीपी में काले रंग का अत्यधिक प्रयोग करता है, तो यह शनि के भारी और नकारात्मक प्रभाव को आकर्षित कर सकता है।
ऊर्जा और मानसिक स्थिति पर प्रभाव
ब्लैक डीपी लगाना मानसिक स्थिति का संकेत भी हो सकता है — जैसे मूड ऑफ, तनाव, हार्टब्रेक, या अकेलापन। लेकिन यह न सिर्फ इशारा करता है, बल्कि उस स्थिति को और गहरा भी कर सकता है। क्योंकि काला रंग प्रकाश को सोख लेता है और सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को रोकता है। इससे आपकी आत्म-ऊर्जा कम हो सकती है, जो आगे चलकर कॉन्फिडेंस में कमी, अनजाने भय, और प्रोफेशनल या पर्सनल लाइफ में रुकावटों का कारण बन सकता है।
राहु और डिजिटल नकारात्मकता
वास्तु शास्त्र एक्सपर्ट के अनुसार, लंबे समय तक ब्लैक डीपी रखना राहु को भी प्रभावित कर सकता है। राहु एक छाया ग्रह है जो भ्रम, असमंजस, तनाव और डिजिटल नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। जब राहु की ऊर्जा खराब हो जाती है, तो व्यक्ति बिना किसी ठोस वजह के चिड़चिड़ा, भ्रमित और मानसिक रूप से अशांत हो सकता है।
क्या करें?
डीपी में ऐसे रंगों का प्रयोग करें जो सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाएं, जैसे हल्का नीला, हरा या सफेद।
अपने मूड को बेहतर बनाने के लिए म्यूजिक, योग या मेडिटेशन अपनाएं बजाय ब्लैक डीपी के ज़रिए उसे प्रकट करने के।
डिजिटल दुनिया में भी अपने विचारों और ऊर्जा का सम्मान करें, क्योंकि आपकी ऑनलाइन पहचान भी आपके आत्म-विश्वास और ऊर्जा को दर्शाती है।
ब्लैक डीपी लगाना एक छोटी सी चीज़ लग सकती है, लेकिन यह आपकी मानसिक और आध्यात्मिक स्थिति को गहराई से प्रभावित कर सकती है। वास्तु और ज्योतिष की दृष्टि से देखें तो यह एक चेतावनी की तरह है — कि आपकी ऊर्जा संतुलन में नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि हम अपने डिजिटल व्यवहार को भी उतनी ही जागरूकता से अपनाएं, जितना हम अपने जीवन के दूसरे क्षेत्रों को अपनाते हैं।