सावन में इस तरह से करें घर की पूजा,
दूर होगा वास्तु दोष
8 days ago
Written By: ANJALI
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाता है। वहीं, वास्तु दोष होने पर मानसिक तनाव, आर्थिक समस्याएं और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में वास्तु नियमों के साथ-साथ धार्मिक उपाय भी कारगर होते हैं। भगवान शिव, जिन्हें संहार और पुनर्निर्माण का देवता माना जाता है, की पूजा से वास्तु दोष दूर होते हैं और घर में सकारात्मकता का संचार होता है।
वर्तमान में सावन का पावन महीना (Sawan 2025) चल रहा है, जो शिव आराधना के लिए सबसे उत्तम समय माना जाता है। इस महीने में शिव पूजन और वास्तु उपायों को अपनाकर नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि कैसे शिव पूजन से वास्तु दोषों को ठीक किया जा सकता है।
1. महामृत्युंजय मंत्र का जाप
सावन में महामृत्युंजय मंत्र का नियमित जाप करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और वास्तु दोष समाप्त होते हैं। यह मंत्र शिव की कृपा प्राप्त करने और आयु, स्वास्थ्य व समृद्धि बढ़ाने में सहायक है।
मंत्र:
"ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥"
2. रुद्राभिषेक से मिलेगी शांति और समृद्धि
सावन में रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व है। इस दौरान शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी आदि चढ़ाए जाते हैं। यह अनुष्ठान घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है और वास्तु दोषों को दूर करता है।
सावन सोमवार या शिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
इससे घर में शांति और धन-समृद्धि बढ़ती है।
3. घर में शिवलिंग स्थापित करें
वास्तु के अनुसार, उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) में शिवलिंग स्थापित करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
सावन में शिवलिंग की स्थापना करने से वास्तु दोष दूर होते हैं।
नियमित रूप से शिवलिंग पर जल अर्पित करने से घर की नकारात्मकता समाप्त होती है।
4. शिव पुराण के अनुसार नियमित पूजा का महत्व
शिव पुराण में बताया गया है कि जहाँ नियमित रूप से शिव पूजा होती है, वहाँ सकारात्मक ऊर्जा स्वतः आकर्षित होती है।
प्रतिदिन शिव आरती और शिव चालीसा का पाठ करें।
बेलपत्र, धतूरा, अक्षत और फूल अर्पित करने से शिव प्रसन्न होते हैं।
5. गंगाजल, रुद्राक्ष और डमरू का प्रयोग
सावन में शिव पूजन के दौरान कुछ विशेष वस्तुओं का उपयोग करने से वास्तु दोष दूर होते हैं:
गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें।
रुद्राक्ष धारण करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
डमरू की ध्वनि से वातावरण शुद्ध होता है।
शमीपत्र और बेलपत्र चढ़ाने से शिव की कृपा प्राप्त होती है।