सावन में शिवलिंग पर चढ़ायें गुड़,
बरसेगी महादेव की कृपा
6 days ago
Written By: ANJALI
भगवान शिव की आराधना में विभिन्न प्रकार के भोग और प्रसाद चढ़ाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। इनमें गुड़ का विशेष महत्व है, खासकर सावन के महीने और रविवार के दिन। शास्त्रों में शिवलिंग पर गुड़ या गुड़ मिला जल अर्पित करने को अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया है। यह न केवल भोलेनाथ को प्रसन्न करता है, बल्कि जीवन में धन-वैभव, सुख-शांति और मनोवांछित फलों की प्राप्ति का मार्ग भी प्रशस्त करता है।
गुड़ चढ़ाने की धार्मिक महत्ता
गुड़ को 'मधु' का प्रतीक माना जाता है, जो शिव के प्रिय पदार्थों में से एक है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, गुड़ की मिठास भगवान शिव और माता लक्ष्मी दोनों को प्रसन्न करती है। सावन के महीने में गुड़ और गन्ने के रस का महत्व और भी बढ़ जाता है, क्योंकि यह शिव की कृपा दिलाने वाला माना जाता है।
रविवार को शिवलिंग पर गुड़ चढ़ाने के लाभ
रविवार का दिन सूर्य देव और भगवान शिव दोनों की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन शिवलिंग पर गुड़ या गुड़ मिला जल चढ़ाने से अद्भुत लाभ प्राप्त होते हैं:
1. धन-समृद्धि में वृद्धि
गुड़ को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। शिवलिंग पर गुड़ चढ़ाने से धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है, जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। व्यापार और नौकरी में उन्नति के अवसर प्राप्त होते हैं।
2. भगवान शिव की विशेष कृपा
गुड़ भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है, इसलिए इसे चढ़ाने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं। कठिन परिश्रम के बाद भी यदि सफलता नहीं मिल रही है, तो यह उपाय लाभदायक सिद्ध होता है। शिव की कृपा से जीवन के सभी संकटों से मुक्ति मिलती है।
3. पारिवारिक सुख-शांति
गुड़ का मीठा स्वाद पारिवारिक संबंधों में मधुरता लाता है। कलह और मनमुटाव दूर होते हैं, घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और एकता बढ़ती है।
4. मनोकामना पूर्ति एवं रोगों से मुक्ति
शिवलिंग पर गुड़ चढ़ाकर मनोवांछित मन्नत मांगने से इच्छाएं पूर्ण होती हैं। यह उपाय स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी सहायक है। शत्रु बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में सुखद परिवर्तन आते हैं।
कैसे चढ़ाएं गुड़ का जल?
सुबह स्नानादि से निवृत्त होकर शिवलिंग को गंगाजल से शुद्ध करें। गुड़ को पानी में घोलकर या गन्ने के रस के साथ मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें। "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करते हुए गुड़ का जल चढ़ाएं। धूप-दीप दिखाकर शिव की आराधना करें और प्रसाद वितरित करें।