सर्दियों में बढ़ जाता है पुरानी चोटों और जोड़ों का दर्द,
डॉक्टर ने बताए कारण और राहत के तरीके
5 days ago
Written By: Aniket Prajapati
सर्दियों का मौसम शुरू होते ही कई लोगों की पुरानी स्वास्थ्य समस्याएं फिर से परेशान करने लगती हैं। खासकर जोड़ों का दर्द, घुटनों में जकड़न, कमर दर्द और पुरानी चोटों का दर्द इस मौसम में अचानक बढ़ जाता है। ठंडी हवाओं और गिरते तापमान का असर सीधे शरीर की मांसपेशियों, हड्डियों और पुराने चोटिल हिस्सों पर पड़ता है। उम्रदराज लोगों में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है, लेकिन कई युवा भी सर्दियों में पुराने दर्द से परेशान रहते हैं। आखिर क्यों मौसम बदलते ही पुरानी चोटें दोबारा दर्द करने लगती हैं? डॉक्टर इसके पीछे की वजह बताते हैं।
ठंड में क्यों बढ़ जाता है दर्द? डॉक्टर ने समझाया कारण
प्रकाश हॉस्पिटल के कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. मयंक चौहान का कहना है कि सर्दियों में शरीर में ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिससे जोड़ों में अकड़न बढ़ जाती है। खासकर उन हिस्सों में जहां पहले चोट लगी हो। ठंड के कारण मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं और रक्त संचार धीमा हो जाता है, जिससे दर्द बढ़ जाता है। इसके अलावा सर्दियों में शारीरिक गतिविधियां भी कम हो जाती हैं। लोग कम चलते-फिरते हैं, जिससे जोड़ों की लचीलेपन में कमी आती है और पुराना दर्द तेजी से महसूस होने लगता है। डॉक्टर बताते हैं कि वातावरण के दबाव में बदलाव और शरीर में विटामिन D की कमी भी इस समस्या को और बढ़ा देते हैं। विटामिन D की कमी हड्डियों को कमजोर बनाती है और दर्द जल्दी महसूस होने लगता है।
कैसे मिलेगी दर्द और अकड़न से राहत
डॉ. चौहान के अनुसार सर्दियों में हल्की एक्सरसाइज़ करना बेहद जरूरी है। इससे शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर होता है और जोड़ों की जकड़न कम होती है।शरीर को हमेशा गर्म रखें, जरूरत हो तो गरम पानी की सिकाई करें। धूप में बैठकर या सप्लीमेंट के जरिए पर्याप्त विटामिन D लें। ये उपाय न सिर्फ दर्द कम करते हैं, बल्कि जोड़ों को मजबूत रखते हैं। अगर दर्द बढ़ता जाए, सूजन दिखाई दे या चलने-फिरने में मुश्किल हो, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
जोड़ों के दर्द में क्या खाएं
ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ सूजन और दर्द कम करने में मदद करते हैं। फैटी मछली जैसे सैल्मन, सार्डिन, टूना और ट्राउट अच्छे विकल्प हैं।अलसी के बीज और अखरोट भी ओमेगा-3 के अच्छे पौधे आधारित स्रोत हैं। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन कम करता है। इसे दूध में मिलाकर या खाने में शामिल किया जा सकता है।