सावन में क्यों नही खाना चाहिए मांस,हरी सब्जियां,
क्या है इसके पीछे की कहानी
17 days ago
Written By: ANJALI
हिंदू धर्म में सावन का महीना बेहद खास माना जाता है. ये एक ऐसा टाइम होता है जब नेचुरल खूबसूरती और भी खिल जाती है. हरियाली बढ़ने से ताजी हवा और बारिश की बूंदें तो ज्यादातर लोगों को पसंद होती ही हैं. सावन में बारिश ज्यादा होना की वजह से प्रकृति जैसे रेजुनोवेट होती है, इसलिए ये न सिर्फ आपको मेंटली हैप्पी बनाता है, बल्कि ओवरऑल हेल्थ के लिए भी बहुत जरूरी महीना होता है. इस दौरान ठंडक के साथ ही नम जलवायु होती है और कई बार उमस भी हो जाती है. इस महीने में लोग नॉनवेज खाना बंद कर देते हैं. इसके अलावा हरी सब्जियां, बैंगन और दूध से बनी चीजें भी लोग सावन में नहीं लेते हैं यहां तक कि बहुत सारे लोगों के घरों में सावन में चीजें फ्राई नहीं की जाती हैं. ये भले ही सुनने में पुरानी परंपराए लगती हैं, लेकिन इसके पीछे साइंटफिक रीजन भी हैं क्योंकि ये सीधे तौर पर आपकी सेहत पर असर करता है, जिसके बारे में हम आज जानेंगे
सावन के महीने में लोग सोमवार और मंगलवार का व्रत भी करते हैं और ये भी हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इससे आपकी बॉडी को रेस्ट और डिटॉक्स होने का टइम मिलता है. इस दौरान अपनी डॉक्टर्स अपनी डाइट में भी बहुत सावधानी के साथ फूड्स शामिल करने की सलाह देते हैं. चलिए जान लेते हैं सावन में खाने से जुड़े नियमों का पालन सिर्फ परंपरा नहीं हैं, बल्कि ये चीज आपकी सेहत को सुधारने में मददगार है.
सावन में नॉनवेज न खाने की वजह
जुलाई-अगस्त यानी सावन के महीने को मानसून में सबसे ज्यादा बारिश वाला टाइम माना जाता है और इस दौरान नमी काफी जाती हैं, इसलिए पेट संबंधी समस्याओं से बचने के लिए डाइट को सही रखना बहुत जरूरी होता है. जयपुर की आयुर्वेद और नेचुरोपैथी एक्सपर्ट डॉक्टर किरण गुप्ता कहती हैं कि सावन में नॉनवेज न खाने के पीछे की वजह धार्मिक और आध्यात्मिक तो मानी ही जाती है, इसके अलावा नॉनवेज काफी भारी (गरिष्ठ) होता है जो पचाने में मुश्किल होता है और बारिश के दौरान डाइजेशन थोड़ा कमजोर हो जाता है. एक्सपर्ट कहती हैं कि इस महीने में नॉनवेज न खाने की पीछे की एक वजह यह भी होती है कि इस दौरान चीजों के सड़ने की प्रक्रिया तेज हो जाती है जैसे जो चीज 6 घंटे सही रहती है वो 4 घंटे में ही खराब हो जाती है. प्रोटीन वाली जो चीजें होती हैं वो तेजी से खराब होती हैं और नॉनवेज प्रोटीन से भरा हुआ होता है. इसके अलावा सबसे बड़ी बात ये है कि जब हम मार्केट से किसी तरह का नॉनवेज लेकर आते हैं तो पता नहीं होता है कि वह कितने टाइम पहले का रखा हुआ है.
सावन में बैंगन-हरी पत्तेदार सब्जियां
डॉक्टर किरण गुप्ता का कहना है कि हरी पत्तेदार सब्जियां और बैंगन इसलिए छोड़ दिए जाते हैं, क्योंकि इस वक्त नमी की वजह से वातावरण में चारों ओर जीवाणु होते हैं. इसके अलावा कीट, मकौड़े, मच्छर आदि ज्यादा होते हैं और हरी सब्जियों, बैंगन आदि इनमें कीड़े-मकौड़े पड़ जाते हैं, इसलिए बारिश में नहीं खाया जाता है. बैंगन भारी भी होता है, इसलिए इसे पचाना मुश्किल होता है.
फ्राई और दूध की चीजें क्यों नहीं खाते?
एक्सपर्ट कहती हैं कि बारिश ज्यादा होती है तो इस दौरान पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है. इसके अलावा इस महीने में मौसम ठंडा होने के दौरान लोग पानी भी कम पीते हैं, ऐसे में तली हुई चीजें खाने से परेशानी हो सकती है और लिवर पर प्रेशर बढ़ जाता है. सावन में दूध की चीजें भी बहुत सारे लोग अवॉइड करते हैं, इस बारे में एक्सपर्ट का कहना है कि बारिश के दौरान वैसे तो लोग दूध जनरली पीते ही हैं और दही-पनीर छाछ भी लेते हैं, लेकिन इस वक्त ये सारी चीजें बहुत सावधानी के साथ लेनी चाहिए. सौंठ, काली मिर्च आदि को दही में डालकर खाना चाहिए और इसे सीधे खाने की बजाय पतला करके खाना सही रहता है.
बारिश के मौसम में क्या खाना है सही?
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट डॉ गीतिका का इस बारे में कहना है कि बारिश के दौरान हल्दी, तुलसी की चाय, अदरक की चाय पीना फायदेमंद रहता है, क्योंकि इससे इम्यूनिटी बढ़ती है. इसके अलावा आप तोरई, लौकी, परवल जैसी सब्जियां डाइट में शामिल करें. ये कोशिश करें कि हल्का खाना जैसे मुलायम खिचड़ी, मूंग की दाल, चीला जैसी चीजें डाइट में शामिल करें. सीजन फ्रूट्स जैसे जामुन आदि खा रहे हैं तो पहले अच्छी तरह दो से तीन बार पानी में धो लें।